घने कोहरे के बीच दिल्ली-एनसीआर की खतरें में है सड़क सुरक्षा! अब तक 57 वाहन टकराए, 6 की मौत

नई दिल्ली। उत्तर भारत में इस सर्दी-कोहरे का असर लगातार बढ़ता जा रहा है और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में दृश्यता इतनी कम हो गई है कि सड़क पर यातायात और यात्रियों की सुरक्षा गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 24 दिसंबर से 29 दिसंबर तक कई इलाकों में घना कोहरा और ठंडी हवाएँ छाई रहेंगी, जिससे दृश्यता केवल कुछ मीटर तक सीमित रह सकती है।

कोहरे की वजह से हुईं दुर्घटनाएँ
पिछले दिनों दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में कोहरे (dense fog) के कारण बड़े ट्रैफिक हादसे दर्ज किए गए हैं। एक बड़े हादसे में 57 से अधिक वाहनों की टक्कर हुई, जिसमें 6 लोगों की मौत और 24 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह दुर्घटना मुख्य रूप से फरीदाबाद, नूंह और सोनीपत के आस-पास हुई, जहाँ भारी कोहरे के कारण कई वाहन एक दूसरे से टकरा गए। हालांकि सरकारी आंकड़े इस सीजन में कुल दुर्घटनाओं का अंतिम संकलन जारी नहीं किया गया है, पिछले वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि कोहरे और धुंध के मौसम में दुर्घटनाओं की संख्या सामान्य परिस्थितियों की तुलना में बहुत अधिक होती है, जैसे कि 2022 में कोहरे-धुंध के कारण 34,000 से अधिक सड़क हादसे दर्ज हुए थे।

वाहन चालकों को बरतनी होगी ये सावधानियाँ
विशेष रूप से कोहरे के समय वाहन चालकों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम विशेषज्ञों और सड़क सुरक्षा अधिकारियों की सलाह नीचे दी जा रही है।
1. धीमी गति से वाहन चलाएँ
कोहरे में दृश्यता बेहद कम होती है, इसलिए तेज गति से वाहन न चलाएँ और आपकी गति परिस्थिति के अनुसार नियंत्रित रखें।
2. लो-बीम हेडलाइट्स और फोग लाइट्स का प्रयोग करें
कोहरे में लो-बीम लाइट्स (कम किरणें) और फॉग लाइट्स का प्रयोग बेहतर दृश्यता के लिए बहुत आवश्यक है। उच्च किरणें कोहरे में विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं और दृश्यता और घटा देती हैं।
3. सुरक्षित दूरी बनाएँ
पिछली गाड़ी और आपके वाहन के बीच पर्याप्त दूरी रखना जरूरी है ताकि अचानक ब्रेक लगाने पर पीछे वाली गाड़ी समय से रुक सके।
4. ओवरटेकिंग और अचानक लेन परिवर्तन से बचें
कोहरे में दृष्टि सपउपजंकं होती है, इसलिए हमेशा एक ही लेन में चलें और ओवरटेक न करें।
5. विंडशील्ड और मिरर साफ रखें
कोहरे की नमी से विंडशील्ड और मिरर जम सकती है। इसलिए सफाई और डिफोगर, वाइपर का उपयोग करें ताकि दृश्यता बनी रहे।
6. चेतावनी संकेत (ब्लिंकर और हैजर्ड लाइट)
कम दृश्यता में अपनी गाड़ी को अन्य वाहनों दिखाई देने के लिए ब्लिंकर और हैजर्ड लाइट्स का प्रयोग करें, ताकि पीछे से आने वाले ड्राइवर को आपकी उपस्थिति का संकेत मिले।
7. अत्यधिक कोहरे में यात्रा टालें
यदि दृश्यता बहुत कम (लगभग 50 मीटर से नीचे) हो, तो यात्रा को संभव हो तो टालने और इंतजार करने की सलाह दी जाती है।
सड़क के अलावा यात्रा सेवाओं पर असर
कोहरे का असर सड़क ही नहीं, बल्कि विमान सेवाओं और अन्य सार्वजनिक परिवहन पर भी दिखाई दे रहा है। घने कोहरे के कारण हिंडन-अहमदाबाद और अन्य मार्गों पर उड़ानों में देरी और रद्दीकरण जैसी समस्याएँ सामने आई हैं, जिससे यात्रियों को दीर्घ प्रतीक्षा का सामना करना पड़ा है।

मौसम का अलर्ट
आईएमडी और लोकल मौसम विभाग का मानना है कि उत्तर भारत में ठंडी हवाएँ और कोहरा आगामी दिनों तक बना रह सकता है, और इससे जनजीवन मुश्किलों में रह सकता है। लोगों को घरों तथा सड़कों पर अर्थपूर्ण सावधानी और तैयारी की सलाह दी जा रही है। घने कोहरे में वाहन चलाना चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा है। आवश्यक सावधानियाँ बरतें, गति नियंत्रित रखें और मार्ग को सुरक्षित समझे बिना आगे न बढ़ें। सड़क सुरक्षा सभी का प्राथमिक कर्तव्य है कृ सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।

 

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