पुलिस के अनुसार, थिएटर प्रबंधन को मुख्य आरोपी (A-1) बनाया गया है और हादसे की मुख्य वजह उनकी लापरवाही बताई गई है। अल्लू अर्जुन पर उकसावे (abetment) का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि 4 दिसंबर 2024 की रात अभिनेता और फिल्म की कास्ट की अचानक थिएटर में पहुंच से फैंस की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे अपर्याप्त भीड़ नियंत्रण के कारण भगदड़ मच गई।
इस हादसे में 35 वर्षीय महिला एम. रेवती की मौत हो गई थी, जबकि उनके 9 वर्षीय बेटे श्रीतेज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रेवती और उनका परिवार फिल्म देखने गए थे क्योंकि श्रीतेज अल्लू अर्जुन के बड़े प्रशंसक थे। श्रीतेज को घटना की रात कम ऑक्सीजन लेवल के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे चार महीने से ज्यादा समय तक पीडियाट्रिक आईसीयू में वेंटिलेटर पर रहे। 29 अप्रैल 2025 को उन्हें डिस्चार्ज किया गया और अब हैदराबाद के एक न्यूरो-रिहैबिलिटेशन सेंटर में लंबे इलाज के लिए भर्ती हैं।
चार्जशीट में अल्लू अर्जुन के निजी सुरक्षा कर्मी, मैनेजर, थिएटर के तीन मैनेजर और आठ बाउंसरों को भी आरोपी बनाया गया है। जांच के दौरान अभिनेता और अन्य आरोपियों से कई दौर की पूछताछ हुई थी। घटना के एक साल से ज्यादा समय बाद जांच पूरी होने पर चार्जशीट नंपल्ली कोर्ट में दाखिल की गई। अब मामले की कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
यह मामला पिछले साल दिसंबर में सुर्खियों में रहा था, जब अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी और बाद में जमानत भी चर्चा का विषय बनी थी। फिलहाल अभिनेता या उनके प्रतिनिधियों की ओर से चार्जशीट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। मामला विकसित हो रहा है और आगे की अपडेट का इंतजार है।

