पुलिस के अनुसार, बस में कुल 32 यात्री सवार थे। ट्रक चालक की लापरवाही से यह हादसा हुआ। ट्रक बेंगलुरु की ओर जा रहा था, जब उसने रोड डिवाइडर को पार कर विपरीत दिशा में आ रही बस से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस के डीजल टैंक को नुकसान पहुंचा और बस आग के गोले में बदल गई। पूर्वी जोन के आईजीपी बी.आर. रविकांते गौड़ा ने बताया कि बस चालक और क्लीनर किसी तरह बच निकले, लेकिन ट्रक चालक और उसका क्लीनर मारे गए। कई यात्री बस से कूदकर बच निकले, जबकि घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
बस चालक रफीक ने अस्पताल से बताया, “ट्रक तेज रफ्तार से सामने से आ रहा था। मैंने 60-70 किमी प्रति घंटे की स्पीड पर बस चलाई हुई थी। ट्रक को आते देख मैंने बस को कंट्रोल करने की कोशिश की, लेकिन टक्कर हो गई। उसके बाद मुझे कुछ याद नहीं।”
मुआवजे की घोषणा
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता की घोषणा की।
• कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे का ऐलान किया। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
• राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही तीन फायर टेंडर मौके पर पहुंचे और आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया। राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम ने भी बचाव कार्य में मदद की। बचाव अभियान सुबह 8 बजे तक चला।
यह हादसा क्रिसमस के दिन हुआ, जिससे पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और मृतकों की पहचान का कार्य जारी है। घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन कुछ की हालत गंभीर है।
ताजा अपडेट के अनुसार, मृतकों की संख्या में बदलाव संभव है।

