मैच और सेरेमनी का ड्रामा
21 दिसंबर को दुबई के ICC एकेडमी ग्राउंड में खेले गए फाइनल में पाकिस्तान ने समीर मिनहास की 172 रनों की शानदार पारी की बदौलत 347 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम महज 156 रन पर ऑलआउट हो गई। मैच के बाद प्रेजेंटेशन में मोहसिन नकवी ने पाकिस्तानी कप्तान फरहान यूसुफ को ट्रॉफी सौंपी और टीम के साथ जश्न मनाया।
भारतीय खिलाड़ी स्टेज पर नहीं चढ़े और नकवी से दूरी बनाए रखी। यह घटना सीनियर एशिया कप की याद ताजा कराती है, जहां भी भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था।
PCB की ICC से शिकायत
विवाद यहीं नहीं रुका। PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी ने भारतीय खिलाड़ियों पर मैच के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बार-बार उकसाने का आरोप लगाया है। नकवी ने कहा कि इस व्यवहार की ICC से शिकायत की जाएगी। PCB सूत्रों के अनुसार, भारतीय खिलाड़ियों की ‘उत्तेजक आचरण’ पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। 4
नकवी की दोहरी भूमिका मुख्य वजह
विवाद की जड़ मोहसिन नकवी की दोहरी (बल्कि तिहरी) भूमिका है – वे ACC अध्यक्ष, PCB चेयरमैन और पाकिस्तान के गृह मंत्री हैं। BCCI लंबे समय से इसकी वजह से नकवी से दूरी बनाए हुए है। भारतीय टीम ने स्टेज न चढ़कर अपना रुख साफ कर दिया।
भारतीय टीम का मजाकिया अंदाज
हार के बावजूद भारतीय युवा खिलाड़ियों ने हौसला नहीं खोया। टीम ने ‘चैंपियन’ बैनर के साथ फोटो खिंचवाई और कप्तान ने काल्पनिक ट्रॉफी उठाकर रोहित शर्मा की मशहूर स्टाइल की नकल की, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यह घटना क्रिकेट और राजनीति के मेल से उपजे तनाव को फिर से उजागर करती है। दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध सामान्य करने के लिए अभी लंबा रास्ता बाकी है, जबकि PCB की ICC शिकायत से विवाद और गहरा सकता है।

