Unrest in Bangladesh: हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों के बीच भारत में प्रदर्शन, संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता

Unrest in Bangladesh: बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अशांति और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर कथित हमलों के बीच भारत में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन किया तथा पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और तीन लेयर की बैरिकेडिंग के साथ पुलिस व अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।

प्रदर्शन का मुख्य कारण बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमले और धार्मिक स्थलों की तोड़फोड़ बताया जा रहा है। विशेष रूप से एक हिंदू युवक दीपु चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (लिंचिंग) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेर्रेस ने कहा कि बांग्लादेश में हो रही हिंसा, खासकर अल्पसंख्यकों के खिलाफ, गंभीर चिंता का विषय है। उनके प्रवक्ता स्टेफेन दुजारिक ने कहा, “हर बांग्लादेशी को सुरक्षित महसूस करना चाहिए और हमें उम्मीद है कि सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।”

भारत-बांग्लादेश तनाव बढ़ा
• बांग्लादेश हाई कमीशन ने दिल्ली में “वर्तमान सुरक्षा स्थिति” का हवाला देकर वीजा जारी करना अस्थायी रूप से रोक दिया है।
• बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने भारत के हाई कमिश्नर को तलब कर दिल्ली और सिलीगुड़ी में बांग्लादेशी मिशनों पर हमलों/प्रदर्शनों की निंदा की और भारत से अपने दूतावासों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
• कोलकाता में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और कांग्रेस नेताओं ने बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस का पुतला फूंका।

बांग्लादेश में स्थिति गंभीर
बांग्लादेश में जुलाई 2024 के आंदोलन के प्रमुख नेता शरीफ ओसमान हादी की 12 दिसंबर को गोली मारकर हत्या के बाद देश में अशांति बढ़ गई है। इस घटना के बाद कई जगहों पर हिंसा भड़की, जिसमें हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया।
• हादी हत्या मामले को स्पीडी ट्रायल ट्रिब्यूनल में ले जाया जाएगा और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जांच तेज की जा रही है।
• इंकिलाब मोंचो ने हादी की हत्या में न्याय न मिलने पर अंतरिम सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
• एक अन्य छात्र नेता मोतालेम शिकदर को भी खुलना में गोली मारी गई, जिससे राजनीतिक हिंसा का दायरा और बढ़ने की आशंका है।
• ढाका में प्रथम आलो और डेली स्टार अखबारों के दफ्तरों पर भीड़ ने हमला कर आग लगाई, जिससे पत्रकारों की जान को खतरा पैदा हो गया।

अंतरराष्ट्रीय और भारतीय प्रतिक्रियाएं
• अमेरिकी सांसदों ने दीपु चंद्र दास की हत्या की निंदा की और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व कानून-व्यवस्था बहाल करने की अपील की।
• केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे “मानवता पर कलंक” करार दिया।
• पूर्व राजनयिक अनिल त्रिगुनायत ने स्थिति को “अत्यंत नाजुक और खतरनाक” बताया और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर जोर दिया।
• भारतीय मेडिकल छात्रों के संगठन AIMSA ने प्रधानमंत्री मोदी से बांग्लादेश में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने 12 फरवरी 2026 को आम चुनाव कराने का वादा फिर से दोहराया है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां राजनीतिक सुलह और सुधार जरूरी हैं। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ सकता है।

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