Christmas-New Year and Bird Flu: केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू का प्रकोप पुष्टि

Christmas-New Year and Bird Flu: क्रिसमस-न्यू ईयर सीजन से ठीक पहले मुर्गी-बत्तख पालकों को बड़ा झटका। केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में अत्यधिक संक्रामक एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) वायरस की पुष्टि हुई है। भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीज (NIHSAD) में हुए परीक्षणों में यह पुष्टि हुई है। अलप्पुझा जिले के आठ पंचायतों के एक-एक वार्ड और कोट्टायम जिले के चार गांवों में संक्रमण मिला है।

अलप्पुझा जिले में प्रभावित पंचायतें हैं:
• नेदुमुडी (यहां मुर्गियों में संक्रमण)
• चेरुथना, करुवट्टा, कार्तिकप्पल्ली, अंबलप्पुझा साउथ, पुन्नप्रा साउथ, थकझी और पुरक्कड़ (इन क्षेत्रों में बत्तखें प्रभावित)
कोट्टायम जिले में संक्रमण मिले गांव:
• कुरुप्पंथरा
• मंजूर
• कल्लुपुरक्कल
• वेलूर
यहां बटेर और मुर्गियों में बीमारी पाई गई है।
प्रशासन ने तुरंत कदम उठाते हुए संक्रमित स्थलों से 1 किलोमीटर की त्रिज्या में सभी घरेलू पक्षियों (मुर्गी, बत्तख सहित) की कुलिंग शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए आपात बैठक बुलाई जा रही है। केंद्र सरकार के 2021 के संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार कुलिंग और अन्य रोकथाम के उपाय किए जाएंगे।

संक्रमित क्षेत्रों से 10 किलोमीटर की त्रिज्या में मुर्गी, बत्तख, बटेर और अन्य घरेलू पक्षियों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। प्रभावित क्षेत्रों के आसपास की स्थानीय निकायों में भी स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार, कुट्टनाड क्षेत्र में बत्तख पालन अभी भी खुले में किया जाता है, जिससे पक्षी इस तरह की बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। आधुनिक मुर्गी पालन में पक्षियों को बंद जगहों में रखा जाता है, लेकिन पारंपरिक बत्तख पालन में ऐसा नहीं है।

क्रिसमस और न्यू ईयर के मौसम में मुर्गी-बत्तख की मांग चरम पर होती है। ऐसे में यह प्रकोप पोल्ट्री किसानों के लिए गंभीर आर्थिक झटका लगा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी असामान्य पक्षी मृत्यु की सूचना तुरंत देने की अपील की है।

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