पीएम मोदी की ताहेरपुर रैली: कोहरे के कारण वर्चुअल संबोधन, बंगाल को महाजंगल राज’ से जल्द मिलेगी मुक्ति

पीएम मोदी की ताहेरपुर रैली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में ताहेरपुर रैली घने कोहरे के कारण प्रभावित हो गई। पीएम का हेलीकॉप्टर लैंडिंग नहीं कर सका और उन्हें कोलकाता एयरपोर्ट से ही वर्चुअल तरीके से जनसभा को संबोधित करना पड़ा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर ‘महाजंगल राज’ का आरोप लगाया और कहा कि बंगाल के लोग इस ‘महाजंगल राज’ से मुक्ति चाहते हैं। उन्होंने टीएमसी पर अवैध घुसपैठियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया। इस घटना और पीएम के बयान पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, खासकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ यूजर्स ने पीएम के बयानों का समर्थन किया, जबकि कुछ ने रैली के दौरान हुई दुर्घटना पर सवाल उठाए।

सोशल मीडिया पर खासतौर से एक्स पर इस मुद्दे को लेकर सैकड़ों पोस्ट्स किए गए। न्यूज एजेंसियों और राजनीतिक अकाउंट्स ने घटना की रिपोर्टिंग की, जबकि यूजर्स ने अपनी राय व्यक्त की। यहां प्रमुख प्रतिक्रियाओं का संक्षिप्त विवरण:

• समर्थन और बीजेपी की सराहना: कई यूजर्स ने पीएम मोदी के ‘महाजंगल राज’ वाले बयान का समर्थन किया। उदाहरण के लिए, यूजर @sanjoychakra ने लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी का हेलीकॉप्टर प्रतिकूल मौसम के कारण नहीं उतर सका, लेकिन उन्होंने वर्चुअल रैली से बंगाल के लोगों से कहा कि टीएमसी की कथित कुशासन को खत्म करने का समय आ गया है।” इसी तरह, @MeghUpdates ने पीएम के भाषण का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि बंगाल में बीजेपी की जीत का रास्ता साफ हो रहा है। बिहार के मंत्री मंगल पांडे के बयान को शेयर करते हुए @ANI ने लिखा कि पीएम ने बंगाल को 3200 करोड़ की परियोजनाएं दीं और जंगल राज के खिलाफ अपील की। इन पोस्ट्स को सैकड़ों लाइक्स और रीपोस्ट मिले, जो बीजेपी समर्थकों की सक्रियता दर्शाते हैं।
• आलोचना और दुर्घटना पर सवाल: रैली के दौरान घने कोहरे में रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से टकराकर 3-4 लोगों की मौत की खबर ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया। यूजर @TheViral_Watch ने आरोप लगाया, “मोदी की रैली के लिए बसों से लोगों को रेलवे ट्रैक के पास छोड़ा गया, बिना बैरिकेड या चेतावनी के। कोहरे में ट्रेन आ गई और चार निर्दोष लोगों की जान चली गई।” एक अन्य यूजर @ananyadgaf ने इसका बचाव करते हुए कहा, “पीएम ने खुद फोन पर दुर्घटना पर दुख जताया। कोहरे की वजह टीएमसी की पॉल्यूशन मैनेजमेंट की विफलता है।” इस दुर्घटना को लेकर #TaherpurAccident ट्रेंड करने लगा, जहां यूजर्स ने आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
• तटस्थ और रिपोर्टिंग आधारित प्रतिक्रियाएं: न्यूज अकाउंट्स जैसे @IndiaToday, @ANI, @PTI_News और @the_hindu ने घटना की तथ्यात्मक रिपोर्टिंग की। @IndiaToday ने पीएम के भाषण का अंश शेयर करते हुए लिखा, “बंगाल में टीएमसी का महाजंगल राज खत्म करने की जरूरत है।” @the_hindu ने ब्रेकिंग न्यूज के रूप में पोस्ट किया कि पीएम ने कोहरे के कारण वर्चुअल संबोधन दिया। फेसबुक पर @News9live ने लिखा, “पीएम मोदी ने वेस्ट बंगाल के ताहेरपुर में वर्चुअल रैली को संबोधित किया, क्योंकि हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका।” रेडिट और इंस्टाग्राम पर भी इसी तरह की पोस्ट्स मिलीं, लेकिन बड़े पैमाने पर चर्चा एक्स पर ही केंद्रित रही।

सोशल मीडिया पर कुल मिलाकर 1000 से ज्यादा पोस्ट्स इस मुद्दे पर देखे गए, जिनमें से ज्यादातर राजनीतिक रंग लिए हुए थे। बीजेपी समर्थकों ने इसे टीएमसी के खिलाफ हमले के रूप में देखा, जबकि विपक्षी खेमे ने दुर्घटना को बीजेपी की लापरवाही बताया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मातुआ समुदाय की चिंताओं को भी छुआ और जल्द ही बंगाल आने का वादा किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक बहस को और तेज कर सकती है।

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