Major ED action: 1xBet अवैध सट्टेबाजी ऐप मामले में युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा और सोनू सूद समेत कई हस्तियों की करोड़ों की संपत्ति जब्त

Major ED action: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने 19 दिसंबर 2025 को पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा, अभिनेता सोनू सूद, उर्वशी रौतेला (उनकी मां मीरा रौतेला के नाम पर संपत्ति), नेहा शर्मा, पूर्व तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती तथा बंगाली अभिनेता अंकुश हजरा की कुल 7.93 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया गया है।

यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है। ईडी की जांच में पता चला है कि ये हस्तियां जानबूझकर विदेशी संस्थाओं के साथ एंडोर्समेंट समझौते में शामिल हुईं, जिनके जरिए 1xBet और उसके सरोगेट ब्रांड्स (जैसे 1xBat और 1xBat Sporting Lines) का प्रचार किया गया। इन प्रचारों के बदले मिली राशि विदेशी माध्यमों से रूट की गई थी, ताकि अवैध सट्टेबाजी से उत्पन्न अपराध की आय (Proceeds of Crime) को छिपाया जा सके।

जब्त की गई संपत्तियों का विवरण (सूत्रों के अनुसार):
• युवराज सिंह (YWC Health and Wellness Pvt Ltd से जुड़ी): ₹2.50 करोड़
• उर्वशी रौतेला (मां मीरा रौतेला के नाम पर): ₹2.02 करोड़
• नेहा शर्मा: ₹1.26 करोड़
• सोनू सूद: ₹1 करोड़
• मिमी चक्रवर्ती: ₹59 लाख
• अंकुश हजरा: ₹47.20 लाख
• रॉबिन उथप्पा: ₹8.26 लाख

इस कार्रवाई के साथ, 1xBet मामले में अब तक कुर्क की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 19.07 करोड़ रुपये हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2025 में ईडी ने इसी मामले में शिखर धवन और सुरेश रैना से जुड़ी 11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थीं।

मामला क्या है?
कुराकाओ में रजिस्टर्ड 1xBet प्लेटफॉर्म भारत में बिना अनुमति के अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ संचालित कर रहा था। जांच में सामने आया कि यह ऐप सरोगेट ब्रांडिंग का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया, ऑनलाइन वीडियो और प्रिंट विज्ञापनों के जरिए भारतीय यूजर्स को टारगेट करता था। विभिन्न राज्य पुलिस की कई एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी। एजेंसी का कहना है कि ऐसे प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं और मनी लॉन्ड्रिंग का माध्यम बनते हैं।

ईडी ने सेलिब्रिटीज और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को चेतावनी दी है कि अवैध सट्टेबाजी या जुआ प्लेटफॉर्म्स का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष (सरोगेट) प्रचार करना दंडनीय अपराध है। जांच अभी जारी है और आगे कार्रवाई संभव है।

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