नोएडा प्राधिकरण: स्वच्छता पर सख्त, ठेकेदारों पर जुर्माना लगाने का सिलसिला लगातार जारी

नोएडा प्राधिकरण: नोएडा प्राधिकरण शहर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रहा है। हाल ही में स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों के तहत प्राधिकरण ने कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक प्रतिबंध के उल्लंघन पर बड़ी कार्रवाई की है। दिसंबर 2025 में प्राधिकरण ने सेक्टर-62 स्थित ब्लिंकिट के क्लाउड किचन पर waste management नियमों का उल्लंघन करने के लिए 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। निरीक्षण में पाया गया कि किचन के आसपास गंदगी फैली हुई थी, खाद्य अपशिष्ट पार्कों और खुले स्थानों में फेंका जा रहा था, साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी हो रहा था। अधिकारियों ने मौके से प्रतिबंधित प्लास्टिक के कंटेनर जब्त किए।

प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि बल्क वेस्ट जनरेटर (बड़े कचरा उत्पादक) के लिए ऐसे उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। शहर की स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, सेक्टर-76 में कोल्ड रॉक कैफे से 150 किलोग्राम और अल नवाब बिरयानी से 60 किलोग्राम प्रतिबंधित प्लास्टिक जब्त किया गया। सेक्टर-42 के आरक्यूब मोनाड मॉल में भी करीब 80 किलोग्राम प्लास्टिक बरामद हुआ।

यह कार्रवाई नोएडा प्राधिकरण की उस नीति का हिस्सा है जिसमें स्वच्छता ठेकेदारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। पहले भी प्राधिकरण ने लापरवाही बरतने वाले सफाई ठेकेदारों पर लाखों रुपये के जुर्माने लगाए हैं और कुछ को ब्लैकलिस्ट तक किया है। उदाहरण के तौर पर, जून 2025 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक गांव में खराब सफाई के लिए ठेकेदार पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।

प्राधिकरण का लक्ष्य 2025 के स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग हासिल करना है, जिसमें शहर को गार्बेज फ्री बनाने पर जोर दिया जा रहा है। निवासियों से अपील की गई है कि वे कचरे का सही निस्तारण करें और खुले में गंदगी न फैलाएं। आगे भी ऐसे निरीक्षण और कार्रवाइयां जारी रहेंगी।

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