संसद में क्या हुआ?
• लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से सदन के पटल पर माफी मांगने की मांग की। रिजिजू ने कहा कि रैली में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी की कब्र खुदवाने की धमकी दी, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद” है।
• राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से देश से माफी मांगने की अपील की। नड्डा ने कहा कि ऐसे नारे कांग्रेस की “मानसिकता और सोच” को दर्शाते हैं और ये पीएम के खिलाफ निंदनीय हैं। सोनिया गांधी रैली में मौजूद थीं।
• विपक्षी सदस्यों के विरोध और हंगामे के बीच दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार हंगामे के बाद राज्यसभा में प्रश्न काल शुरू हुआ, लेकिन मुख्य मुद्दा यही रहा।
रैली में क्या हुआ?
• कांग्रेस ने 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘वोट चोरी, गद्दी छोड़’ थीम वाली बड़ी रैली आयोजित की थी। इसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी सहित शीर्ष नेता शामिल हुए।
• रैली में चुनाव आयोग और भाजपा पर वोटर लिस्ट में हेरफेर के आरोप लगाए गए। हालांकि, कुछ वीडियो में कार्यकर्ताओं द्वारा “मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी” जैसे नारे लगाए जाने की क्लिप वायरल हो गई। एक क्लिप में राजस्थान महिला कांग्रेस की जयपुर जिला अध्यक्ष को ऐसे नारे लगाते सुना गया।
• भाजपा ने इसे पीएम की जीवन पर खतरा बताते हुए कांग्रेस की “हिंसक मानसिकता” करार दिया। रिजिजू ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में भी ऐसी भाषा अस्वीकार्य है।
कांग्रेस का पक्ष
• कांग्रेस ने इन नारों से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी ने कहा कि ये नारे लगाने वाले “हमारे लोग नहीं” थे और भाजपा द्वारा घुसपैठिए भेजे गए हो सकते हैं। पार्टी ने स्पष्ट किया कि रैली का उद्देश्य लोकतंत्र और संविधान की रक्षा था, न कि किसी की जीवन पर टिप्पणी।
• कांग्रेस नेताओं ने रैली में भाजपा और चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ के आरोपों को दोहराया, लेकिन आपत्तिजनक नारों पर आधिकारिक रूप से माफी नहीं मांगी।
अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा: मनरेगा को निरस्त करने वाला नया बिल
• इसी दिन लोकसभा में मनरेगा को निरस्त कर नया कानून लाने का प्रस्ताव है। ‘विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड अजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल, 2025’ (वीबी-जी राम जी बिल) ग्रामीण परिवारों को सालाना 100 की जगह 125 दिन का गारंटीड रोजगार देगा।
• हालांकि, इसमें कृषि के पीक सीजन में 60 दिन का ‘पॉज’ और फंडिंग में राज्यों की भागीदारी बढ़ाने का प्रावधान है, जिससे राज्यों पर वित्तीय बोझ बढ़ सकता है।
• भाजपा ने इसे ग्रामीण विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया, जबकि विपक्ष इसे मनरेगा को कमजोर करने की साजिश बता रहा है।
संसद का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। इस घटना से राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। भाजपा ने जहां कांग्रेस पर लोकतंत्र को खतरे में डालने का आरोप लगाया, वहीं कांग्रेस ने इसे ध्यान भटकाने की कोशिश बताया। आगे की कार्यवाही पर नजर रहेगी।

