याचिका में सलमान ने आरोप लगाया है कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, वेबसाइट्स और ई-कॉमर्स कंपनियां उनकी तस्वीर, नाम, आवाज या किसी भी पहचान योग्य विशेषता का बिना अनुमति के उपयोग कर रही हैं। इससे न केवल उनकी छवि का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि जनता को गुमराह भी किया जा रहा है, क्योंकि यह झूठे विज्ञापनों या समर्थन का भ्रम पैदा करता है। सलमान ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि ऐसी कंपनियों को तत्काल रोक लगाई जाए और भविष्य में बिना सहमति के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए।
यह मुद्दा डिजिटल युग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बढ़ते प्रभाव के बीच और भी प्रासंगिक हो गया है। हाल के वर्षों में कई हस्तियां इसी तरह की शिकायतें दर्ज करा चुकी हैं। ऐश्वर्या राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, कुमार शानू और नागार्जुन जैसी हस्तियों ने भी दिल्ली हाईकोर्ट में समान याचिकाएं दायर की हैं, जो अनधिकृत उपयोग के खिलाफ न्यायिक सुरक्षा की मांग करती हैं। सलमान की याचिका इस बढ़ती प्रवृत्ति का हिस्सा है, जहां सेलिब्रिटीज अपनी ब्रांड वैल्यू को सुरक्षित रखने के लिए कानूनी कदम उठा रही हैं।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि व्यक्तित्व अधिकार भारतीय कानून के तहत संरक्षित हैं, जो ट्रेडमार्क, कॉपीराइट और गोपनीयता अधिकारों से जुड़े हैं। सलमान के वकील ने याचिका में कहा है कि इस तरह का दुरुपयोग न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उनकी साख को भी ठेस पहुंचाता है। कोर्ट ने मामले को प्राथमिकता दी है, और आज की सुनवाई में अंतरिम आदेश जारी होने की संभावना है।
सलमान खान, जो ‘टाइगर’ और ‘सुल्तान’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के जरिए अपनी मजबूत छवि बनाए हुए हैं, लंबे समय से अपनी पर्सनल ब्रांडिंग को लेकर सतर्क रहे हैं। उनके प्रशंसक इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि यह डिजिटल दुनिया में हस्तियों की असली पहचान की रक्षा का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मामले की आगे की प्रगति पर नजर बनी हुई है।

