के कैफे पर गोलीबारी: मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया, चीनी पिस्तौल जब्त

Canada/Caps Cafe News: कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफे ‘कैप्स कैफे’ पर पिछले चार महीनों में तीन बार हुई गोलीबारी की साजिश में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है। गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली गैंग के प्रमुख सदस्य बंधु मान सिंह शेखों (उर्फ बंधु मान सिंह) को लुधियाना से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से एक हाई-एंड चीनी PX-3 पिस्तौल और आठ जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी नेटवर्क से जुड़ी है, जो पाकिस्तान के आईएसआई हैंडलर्स से लिंक बताई जा रही है।

घटना का विवरण
सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में स्थित कपिल शर्मा का ‘कैप्स कैफे’ जुलाई 2025 में खुला था, जो उनका पहला अंतरराष्ट्रीय रेस्तरां वेंचर था। लेकिन खुलते ही यह गैंगस्टरों का निशाना बन गया।

पहली घटना 10 जुलाई को हुई, जब एक शूटर ने बॉडी कैमरा लगाकर गोलीबारी की। जर्मनी स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हरजीत सिंह लड्डी ने इसकी जिम्मेदारी ली।

दूसरी घटना 7 अगस्त को हुई, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दावा किया। गैंगस्टर गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कहा, “कपिल शर्मा ने फोन नहीं उठाया, इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी।” यह हमला बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान से जुड़ा बताया गया, क्योंकि बिश्नोई गैंग सलमान को ब्लैकबक के मामले से निशाना बनाता रहा है।

तीसरी और सबसे हालिया घटना 16 अक्टूबर को हुई, जब शूटरों ने कार से गोली चलाते हुए वीडियो बनाया। गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली और कुलवीर सिद्धू (उर्फ कुलदीप सिद्धू) ने फेसबुक अकाउंट ‘कुलवीर सिद्धू’ से पोस्ट कर जिम्मेदारी ली। पोस्ट में कहा गया, “हम जनता से कोई दुश्मनी नहीं रखते। जो हमें धोखा दे या हमारे धर्म के खिलाफ बोले, उसके लिए गोलियां कहीं से भी आ सकती हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगला हमला मुंबई में हो सकता है। कैफे को दोबारा खोलने के महज दो हफ्ते बाद यह हमला हुआ। सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन हर बार कैफे की खिड़कियां और दीवारें छलनी हो गईं।

एक अखबार के अनुसार, ये हमले धमकी और प्रचार के लिए किए गए लगते हैं, क्योंकि कपिल शर्मा का सेलिब्रिटी स्टेटस उन्हें आसान टारगेट बनाता है। कनाडा की संसद में भी इन घटनाओं पर चर्चा हुई, जहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग को ‘टेरर एंटिटी’ घोषित किया गया।

गिरफ्तारी और जांच
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजीव यादव के नेतृत्व में टीम ने शेखों को लुधियाना से दबोचा। वह गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली का करीबी सहयोगी है और जुलाई के हमले में शूटरों को वाहन, हथियार और लॉजिस्टिकल सपोर्ट देने का आरोपी है। कनाडा में हमले के बाद वह अगस्त में भारत भाग आया और पंजाब में गैंग का नेटवर्क दोबारा खड़ा करने की कोशिश कर रहा था। वह व्यापारियों से वसूली और प्रतिद्वंद्वी गैंगों पर हमले की योजना बना रहा था।

पुलिस के मुताबिक, शेखों ने 8 लाख रुपये में यह PX-3 पिस्तौल पंजाब के गैंगस्टर सोनू खत्री से खरीदी, जो अमेरिका में है। सोनू एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी मॉड्यूल का हिस्सा है, जो पाकिस्तान के आईएसआई बैकर्स से जुड़ा है। पिछले हफ्ते ही क्राइम ब्रांच ने इस सिंडिकेट से 10 विदेशी सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौलें (जिनमें तुर्की की PX-5.7 मॉडल शामिल हैं) और 92 कारतूस जब्त किए थे, साथ ही चार मुख्य संचालकों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में शेखों का नाम सामने आया।

एक रिपोर्ट में कहा गया कि शेखों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एनआईए ने जुलाई 2024 में चंडीगढ़ में वसूली और गोलीबारी के मामले में गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली और नौ अन्य, जिसमें कनाडा स्थित नामित आतंकी गोल्डी ब्रार शामिल है, के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

गोल्डी धी लॉंगिट्यूडिनली (असली नाम गुरप्रीत सिंह) पंजाब के राजपुरा का रहने वाला है। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का प्रमुख सदस्य है, जो गोल्डी ब्रार गुट से अलग होकर अब स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है। एनआईए ने उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। वह जर्मनी में छिपा हुआ माना जाता है, लेकिन भारत और कनाडा में ऑपरेशंस चला रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, धी लॉंगिट्यूडिनली ने 2022 में ब्रार से जुड़कर बिश्नोई गैंग जॉइन किया। वह बीकेआई जैसे खालिस्तानी गुटों से भी करीबी रखता है। सोशल मीडिया पर वह अक्सर धमकियां जारी करता है, जिसमें सलमान खान और अब कपिल शर्मा जैसे हाई-प्रोफाइल टारगेट शामिल हैं।

प्रतिक्रियाएं और सुरक्षा उपाय
कपिल शर्मा ने इंस्टाग्राम पर समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा, “हिंसा के खिलाफ एकजुट रहें।” बॉलीवुड ने एकजुटता दिखाई, जबकि कनाडा पुलिस ने कैफे के बाहर वाहन और सीसीटीवी स्टेशन तैनात किया। दिल्ली पुलिस अंतरराष्ट्रीय हथियार सप्लाई, फंडिंग और टारगेट लिस्ट की जांच तेज कर रही है। कनाडाई अथॉरिटीज के साथ समन्वय हो रहा है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #KapilSharmaStrong ट्रेंड कर रहा है, जहां यूजर्स गैंग हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। एक पोस्ट में पत्रकार दिनेश शर्मा ने लिखा, “यह गिरफ्तारी केस में बड़ा ब्रेकथ्रू है, लेकिन विदेशी लिंक्स की जांच जारी है।”

यह घटना साउथ एशियन ऑर्गनाइज्ड क्राइम के कनाडा में बढ़ते प्रभाव को उजागर करती है, खासकर सरे जैसे पंजाबी डायस्पोरा वाले इलाकों में। विशेषज्ञों का कहना है कि सख्त अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही ऐसी साजिशों को रोका जा सकता है। जांच जारी है, और आगे गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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