लग्जरी बस में युवती से छेड़छाड़, बस में बैठे लोग निकले कायर

Navi Mumbai/Indore News: मां का प्यार कभी-कभी चमत्कारिक रूप ले लेता है। नवी मुंबई से इंदौर लौट रही एक युवती के साथ शुक्रवार रात हंस ट्रैवल्स की लग्जरी बस में अश्लील हरकतों का मामला सामने आया, तो परेशान बेटी ने अपनी मां को फोन किया। बेटी की गुहार सुनकर मां ने इंदौर से तुरंत कार ली और करीब 150 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर सेंधवा पहुंचीं। वहां बस रोककर बेटी को सुरक्षित उतारा और पुलिस को सूचना दी। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर सार्वजनिक परिवहन में।

घटना राजेंद्र नगर क्षेत्र की रहने वाली एक युवती के साथ हुई। पीड़िता इंदौर के एक धार्मिक संस्थान से जुड़े परिवार की है और मुंबई की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करती है। वह नवी मुंबई से इंदौर लौटने के लिए हंस ट्रैवल्स की स्लीपर बस (नंबर एमपी 09 एआर 1119) में सवार हुई थी। रास्ते में खरगोन जिले के सेंधवा के पास किशोर सिंह नामक एक सहयात्री बस में चढ़ा। शराब के नशे में धुत किशोर ने युवती के बगल वाली सीट पर बैठकर अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। युवती ने विरोध किया, लेकिन आरोपी ने उसे धमकियां देकर चुप कराने की कोशिश की।

परेशान युवती ने पहले बस के चालक और हेल्पर से मदद मांगी, लेकिन दोनों ने कोई ध्यान नहीं दिया। फिर अन्य यात्रियों से गुहार लगाई, मगर कोई आगे नहीं आया। आखिरकार, डर और घबराहट में युवती ने अपनी मां को फोन कर रो-रोकर पूरी घटना बता दी। मां, जो इंदौर में थीं, बेटी की आवाज सुनते ही घर से कार लेकर रवाना हो गईं। लगभग दो घंटे के ड्राइव के बाद वह सेंधवा पहुंचीं, जहां उन्होंने बस को रोका और बेटी को बाहर निकाला। मां ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद राजेंद्र नगर थाने की टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।

राजेंद्र नगर थाने के प्रभारी नीरज बिरथरे ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर किशोर सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 (महिलाओं के साथ अश्लील कृत्य), 351(2) (आपराधिक धमकी) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। चालक और हेल्पर की लापरवाही के चलते उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी किशोर सिंह अभी फरार है। पुलिस ने बस जब्त कर ली है और आरोपी की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।

यह घटना सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है, जहां लोग मां की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं। एक पोस्ट में इसे “मां की ममता की अनोखी मिसाल” बताया गया है। विपक्षी नेता और स्थानीय पार्षदों ने भी इस मुद्दे को उठाया है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए बसों में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य करने और स्टाफ को सख्त ट्रेनिंग देने की मांग की गई है। हंस ट्रैवल्स कंपनी ने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा है कि वे पूरे मामले की जांच करेंगे और दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।

यह घटना न केवल एक परिवार की दर्दनाक कहानी है, बल्कि सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की असुरक्षा को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान और सख्त कानूनी प्रावधान जरूरी हैं। मां-बेटी का यह रिश्ता निश्चित रूप से हर दिल को छू गया है, जो साबित करता है कि प्यार की कोई दूरी नहीं होती। पुलिस ने अपील की है कि पीड़ित महिलाएं हेल्पलाइन 1091 या 100 पर तुरंत संपर्क करें।

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