नौगाम पुलिस स्टेशन धमाके पर पूर्व सीएम ने कहा: “हम लोग हिंदुस्तानी हैं…”

Nowgam Police Station News: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम पुलिस स्टेशन के पास शुक्रवार रात को हुए भयानक धमाके ने पूरे इलाके को हिला दिया। इस हादसे में नौ जवान शहीद हो गए, जबकि 32 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। धमाके से आसपास की इमारतों को भी भारी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने इसे दुर्घटना करार दिया है, जो फरीदाबाद से जब्त आतंकी मॉड्यूल के विस्फोटक पदार्थों के परीक्षण के दौरान हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “हमारी गलती” बताया और तत्काल विशेषज्ञों से सलाह लेने की कमी पर सवाल उठाए।

धमाका शुक्रवार रात करीब 11:20 बजे हुआ, जब फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम, पुलिसकर्मी और तहसीलदार अमोनियम नाइट्रेट जैसे जब्त विस्फोटकों की जांच कर रहे थे।

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने स्पष्ट किया कि यह आतंकी हमला नहीं, बल्कि जांच प्रक्रिया के दौरान अनजाने में हुआ हादसा है। उन्होंने किसी भी अटकलों को “अनावश्यक” बताते हुए कहा कि फरीदाबाद से 9-10 नवंबर को जब्त की गई बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री नौगाम स्टेशन पर लाई गई थी।

धमाके के बाद इलाके को सील कर दिया गया और घायलों को श्रीनगर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को एएनआई को दिए बयान में कहा, “यह हमारी गलती है। जो लोग इस विस्फोटक को बेहतर समझते हैं, हमें पहले उनसे बात कर लेनी चाहिए थी कि इसे कैसे हैंडल करना है। हमने खुद ही कोशिश की और नतीजा देखिए—नौ लोग अपनी जान गंवा बैठे। वहां के घरों को इतना नुकसान हुआ।” उन्होंने दिल्ली के हालिया धमाके के बाद कश्मीरियों पर लग रहे इल्जामों का जिक्र करते हुए भावुक हो गए और कहा, “हम अभी भी दिल्ली वाले संकट से उबर नहीं पाए हैं, जहां हर कश्मीरी पर उंगली उठाई जा रही है। कब आएगा वह दिन जब वे मान लेंगे कि हम हिंदुस्तानी हैं? हम इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। उन डॉक्टरों को इस रास्ते पर क्यों ले जाया गया, इसका कारण जानना जरूरी है। इसकी गहन जांच होनी चाहिए।”

फारूक अब्दुल्ला ने इस हादसे को “गंभीर चूक” करार देते हुए स्वतंत्र और उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि विस्फोटक सामग्री को संभालने में विशेषज्ञों की सलाह न लेना भारी कीमत चुकाने का सबब बना। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उनके कार्यालय ने बयान जारी कर कहा, “नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे से कई बहुमूल्य जिंदगियां चली गईं और कई जवान घायल हो गए। हम शोकसूचित हैं।” उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की और कहा कि ऐसी घटनाएं कश्मीर की शांति प्रक्रिया के लिए झटका हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार शाम श्रीनगर पहुंचने वाले हैं, जहां वे स्थिति का जायजा लेंगे। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्वीट कर शहीदों के परिवारों को सांत्वना दी और घायलों के इलाज का आश्वासन दिया।

यह घटना फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी है, जहां डॉक्टरों समेत संदिग्धों से विस्फोटक बरामद हुए थे। पुलिस का कहना है कि यह सामग्री जयश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन से संबंधित थी, लेकिन धमाके में कोई आतंकी साजिश नहीं पाई गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जांच तेज कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

शहीदों में ज्यादातर स्थानीय पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिनके परिवार श्रीनगर में शोक में डूबे हैं। एक सिविलियन, दर्जी मोहम्मद शफी पर्रे की भी मौत हो गई, जिसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा कश्मीर इस हादसे से स्तब्ध है, और फारूक अब्दुल्ला का बयान एक बार फिर कश्मीरियों की देशभक्ति को रेखांकित करता है।

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