Noida Breaking: नोएडा के थाना सेक्टर-39 क्षेत्र में मिली सिर कटी लाश वाली महिला की पहचान हो चुकी है। पुलिस ने केवल एक बिछवे के आधार पर पूरे मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने महिला की हत्या करने वाले युवक को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल व शव से विच्छेदित अवशेष बरामद कर लिये है।
ऐसे घटी पूरी घटना
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि दिनांक 06.11.25 को थाना सेक्टर-39 नोएडा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक नाले में एक अज्ञात महिला का शव पड़ा हुआ है। इस सूचना के आधार पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया। शव की शिनाख्त व घटना का खुलासे के के लिए लगभग 09 टीमें तैयार की गयी, महिला के शव से प्राप्त बिछुवे व अन्य पहचान के आधार पर तलाश गश्ती तैयार की गयी। महिला के शव की पहचान के लिए अथक प्रयास किये गये। इस घटना के खुलासे के लिए 5000 से अधिक कैमरे चैक किये गये और लगभग 1100 वाहनों को ट्रैक किया गया। जिसमें करीब 44 गाडियों को चिन्हित कर उनके मालिकों एवं चालकों से पूछताछ की गयी। इसी क्रम में दिनांक 05.11.25 को समय 20.30 बजे एक सफेद व नीले रंग की बस लाइट बन्द करके संदिग्ध अवस्था में घटना स्थल की तरफ जा रही थी। मुकदमा उपरोक्त में लगी टीमों के द्वारा संदिग्ध बस का नं० प्राप्त किया। जिसका नंबर यूपी16केटी0037 है। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उपरोक्त वाहन एक सत्संग के लिए ड्राइवर मोनू सिंह चलाता है, जो बरौला में रहता है। बरौला में अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त के लिए संदिग्ध गाड़ी के ड्राइवर की जानकारी की गयी तो पाया कि एक महिला जिसका नाम प्रीति यादव उर्फ प्रीति देवी है 05-06 दिन से लापता है और कुछ समय से उसका ड्राइवर मोनू सिंह के साथ विवाद चल रहा था। पुलिस ने बताया कि ड्राइवर मोनू से घटना के सम्बन्ध में जानकारी करने के लिए तलाश के दौरान मुखबिर खास ने बताया कि जो अज्ञात महिला का शव मिला था। वह घटना बस चालक मोनू द्वारा की गयी है। मुखबिर की सूचना के आधार पर मोनू सोलंकी पुत्र सत्यवीर सोलंकी निवासी मौहल्ला नेहरू नगर जैथरा, कोतवाली जैथरा जनपद एटा हालपता भूमिया मन्दिर के पास, प्रीतम सिंह चैहान के मकान में किरायदार बरौला थाना सैक्टर 49 नोएडा उम्र करीब 34 वर्ष को आज यानी दिनांक 14.11.2025 को गिरफ्तार किया गया।
मोनू ने खोले कई राज
डीसीपी ने बताया कि मोनू से पूछताछ की गयी तो मोनू ने बताया कि एक प्रीति नाम की महिला व मेरी माँ एक जींस की फैक्ट्री में बरौला में साथ में काम करते थे। मेरी माँ व प्रीति की जान पहचान हो गयी थी और हमारा उसका घर आना जाना शुरू हो गया। जींस की फैक्ट्री बन्द हो गयी तो मेरी माँ व प्रीति ने फैक्ट्री में काम करना बन्द कर दिया लेकिन घर पर आना जाना बना रहा। इसी बीच मेरे व प्रीति के अनैतिक सम्बन्ध बन गये। प्रीति अब मुझे ज्यादा परेशान करने लगी थी। मेरे द्वारा जो पैसे कमाये जाते थे वह भी मुझसे ले लेती थी। इसी बीच मेरी और प्रीति की कई बार लड़ाई भी हुयी थी। मुझे प्रीति लगातार ब्लैकमेल कर रही थी। मेरे तीन बच्चे है जिनमें 2 बेटी और 1 बेटा है। प्रीति मुझे अक्सर धमकी देती थी कि मैं तुम्हारे पास कुछ नहीं छोडूंगी और मैं तुम्हारी लड़की से अनैतिक काम करवाउंगी। पुलिस को मोनू ने बताया कि मैंने इसी कारण मन ही मन में प्रीति के प्रति गुस्से से भर गया और उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाने लगा । दिनांक 05.11.25 को मैं प्रीति के घर गया, और उसके घर से एक गडांसा अपने साथ ले आया था, जिसकी प्रीति को जानकारी नहीं थी, प्रीति को मैं अपनी बस में बैठाकर ले गया, हमने रास्ते में पराता लिया, और साथ में बस में बैठकर पराठा खाने लगे, इस दौरान प्रीति मुझे गाली देने लगी और हमारी इसी बीच लड़ाई हो गयी, फिर मैने छुपाकर रखे गडांसे से उसकी गर्दन काट दी तथा पहचान छुपाने के लिए उसके हाथ भी काट दिये थे और शव को रास्ते में ही नाले में फेंक दिया तथा अन्य अवशेष और आला कत्ल गडांसा मैनें गाजियाबाद में सिदार्थ बिहार के पास सूखे नाले में फेंक दिये थे। पकड़े गए युवक की निशादेही से मृतिका प्रीति के अवशेष तथा कपड़े व गडांसा, बस में बिछी मैट तथा घटना में संलिप्त बस को बरामद किया गया। जिसकी फोरेंसिक टीम द्वारा जाँच कराने पर ब्लड स्टेंस को मानव खून पाया गया। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा तो कर दिया है, अब देखना ये है कि पूलिस द्वारा जुटाए गए सबूत कोर्ट में कितना टिकेगे।
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