AAI ने आधिकारिक ट्वीट में कहा, “दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में देरी हो रही है। AMSS सिस्टम में तकनीकी समस्या के कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोल डेटा प्रभावित हुआ है। नियंत्रक उड़ान योजनाओं को मैन्युअल रूप से प्रोसेस कर रहे हैं, जिससे कुछ देरी हो रही है। तकनीकी टीमें सिस्टम को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए काम कर रही हैं। हम यात्रियों और हितधारकों से समझ और सहयोग की अपील करते हैं।”
फ्लाइट ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म Flightradar24 के डेटा के अनुसार, सुबह 5 बजे से अब तक 60 से अधिक डिपार्चर फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं, जबकि इनकमिंग फ्लाइट्स पर अभी सीधा असर कम दिखा है। समस्या गुरुवार शाम से शुरू हुई थी, जो AMSS सिस्टम के माध्यम से ऑटो ट्रैक सिस्टम (ATS) को फ्लाइट प्लान डेटा प्रदान करने में बाधा डाल रही है। सूत्रों ने बताया कि यह खराबी संचार नेटवर्क को प्रभावित कर रही है, जिससे उत्तरी भारत के अन्य हवाई अड्डों पर भी रिफ्लेक्ट हो रही है।
प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह जारी की है। इंडिगो ने ट्वीट किया, “दिल्ली हवाई अड्डे पर ATC सिस्टम की तकनीकी समस्या के कारण उड़ान संचालन प्रभावित है। दिल्ली और उत्तरी क्षेत्रों की फ्लाइट्स में देरी हो सकती है। कृपया अतिरिक्त समय निकालें और अपडेट्स चेक करें।” एयर इंडिया ने कहा, “ATC सिस्टम में अनपेक्षित समस्या के कारण सभी एयरलाइंस की उड़ानें प्रभावित हैं। हवाई अड्डे पर लंबी प्रतीक्षा और बोर्डिंग में देरी हो सकती है। हम इस असुविधा के लिए क्षमाप्रार्थी हैं।” इसी तरह, स्पाइसजेट और अकासा एयर ने भी यात्रियों को वेबसाइट पर फ्लाइट स्टेटस जांचने और अतिरिक्त समय जोड़ने की सलाह दी।
यात्रियों में असंतोष भी दिखा। सोशल मीडिया पर कई ने शिकायत की, जैसे एक यात्री ने लिखा, “दो घंटे से विमान में बैठे हैं, 90 फ्लाइट्स कतार में हैं। कब टेकऑफ होगा, कोई स्पष्टता नहीं। बोर्डिंग से पहले सूचना क्यों नहीं?” दिल्ली हवाई अड्डा (DIAL) ने भी एडवाइजरी जारी की, जिसमें कहा गया कि टीम सभी हितधारकों के साथ मिलकर समस्या का समाधान कर रही है। यात्रियों को अपने एयरलाइंस से संपर्क करने की सलाह दी गई।
AAI के अनुसार, तकनीकी टीमें समस्या का समाधान करने में जुटी हैं और सामान्य संचालन जल्द बहाल होने की उम्मीद है। यह घटना हाल ही में GPS स्पूफिंग जैसी अन्य समस्याओं के बाद हवाई अड्डे की तकनीकी बुनियादी ढांचे पर सवाल उठा रही है। यात्रियों से अपील है कि वे लाइव अपडेट्स के लिए आधिकारिक ऐप्स या वेबसाइट्स का उपयोग करें।

