कोयंबटूर गैंगरेप: पुलिस ने तीनों आरोपी को पैरों में गोली मारकर किया गिरफ्तार, गोली चलाकर भागने की कोशिश के दौरान हुआ मुठभेड़

Coimbatore gang rape/Tamil Nadu News: तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। रविवार रात को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सुनसान इलाके में हुई इस बर्बरता के तीनों आरोपी मंगलवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए। पुलिस ने आत्मरक्षा में उनके पैरों में गोली चलाई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कोयंबटूर सिटी पुलिस कमिश्नर ए. सरवाना सुंदर ने बताया कि घटना 2-3 नवंबर की दरम्यानी रात को ब्रिंडावन नगर के पास एक खाली जमीन पर हुई। पीड़िता, जो एक निजी कॉलेज में पोस्टग्रेजुएट छात्रा है, अपने 25 वर्षीय पुरुष मित्र के साथ कार में बैठी बातचीत कर रही थी। तभी मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवक वहां पहुंचे। उन्होंने पहले लड़के पर कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे वह बेहोश हो गया। फिर छात्रा को जबरन कार में बिठाकर ले गए और हवाई अड्डे के पास ही एक सुनसान जगह पर तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।

लगभग तीन घंटे तक चले इस कृत्य के बाद उन्होंने छात्रा को पीड़ित अवस्था में वहीं छोड़ दिया।

लड़के को होश आने पर उसने पीलीमेडू पुलिस स्टेशन को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत सात स्पेशल टीमें गठित कीं और सीसीटीवी फुटेज, वैज्ञानिक साक्ष्य और अन्य सुरागों के आधार पर छापेमारी शुरू की। सुबह वेल्लाकिनार के पास थुडियालुर इलाके में छिपे आरोपी पुलिस को देखकर भड़क उठे। उन्होंने एक अधिकारी पर हथियार से हमला किया और भागने की कोशिश की। पुलिस ने न्यूनतम बल प्रयोग में उनके पैरों में गोली मारी, जिसमें तीनों घायल हो गए। कमिश्नर ने कहा, “आरोपी पुलिस अधिकारी पर हमला करने पर मजबूरन हमें गोली चलानी पड़ी। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।”

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुना उर्फ थवासी (मदुरै के करुप्पायुरानी निवासी), करुप्पासामी उर्फ सतीश और कलीश्वरन उर्फ कार्तिक (दोनों सिवागंगा जिले के निवासी) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, तीनों इरुगुर में निर्माण कार्यों में लगे हुए थे, जो अपराध स्थल से मात्र 4 किलोमीटर दूर है। करुप्पासामी और कलीश्वरन रिश्तेदार हैं। तीनों के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। वे कोयंबटूर में 10-15 वर्षों से रह रहे हैं।

घटना के बाद राज्य में राजनीतिक हंगामा मच गया। विपक्षी दलों ने डीएमके सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी निंदा की। एआईएडीएमके के महासचिव ई. पलानीस्वामी ने कहा, “हमारे शासनकाल में महिलाओं की 100% सुरक्षा सुनिश्चित थी, लेकिन अब क्या हो रहा है?” बीजेपी तमिलनाडु अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की। कोयंबटूर साउथ विधायक और बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने घटनास्थल का दौरा कर सरकार को काला धब्बा बताया। तमिलागा वेट्ट्री कझगम (टीवीके) ने भी कोयंबटूर में विरोध प्रदर्शन किया।

ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक विमेंस एसोसिएशन (एआईडीWA) ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की। संगठन का कहना है कि कोयंबटूर में युवतियों और छात्राओं पर यौन हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस ने बताया कि अपराध स्थल के पास अवैध शराब की दुकानें और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा आम है, जिसकी जांच की जा रही है। पीड़िता को मेडिकल जांच के बाद काउंसलिंग दी जा रही है।

पुलिस ने आईपीसी की धारा 376डी (गैंगरेप), 506 (धमकी) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आगे की जांच जारी है, जिसमें आरोपी की आपराधी पृष्ठभूमि और संभावित अन्य सहयोगियों की तलाश शामिल है। यह घटना तमिलनाडु में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है, जहां हाल ही में अन्ना विश्वविद्यालय यौन उत्पीड़न कांड ने भी सनसनी फैलाई थी।

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