ऑल इंडिया जमीअतुल कुरेश के पूरे हुए 100 वर्ष, अकलियतों ने की मुसलमानों की दयनीय स्थिति पर गहन चर्चा

ऑल इंडिया जमीअतुल कुरेश अब 100 वर्ष पूरे कर चुका है। इस उपलब्धि पर इंडियन इस्लामिक कल्चर सेंटर नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। जिसमें देश की अकलियतों ने मुसलमानों की आज की स्थिति पर गहन चर्चा की। इस मौके पर शाहिद अहमद कुरैशी (जिला अध्यक्ष नोएडा) ने सिराजुद्दीन कुरैशी (राष्ट्रीय अध्यक्ष ) को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ,पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद , पूर्व कैबिनेट मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी ,पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हर्षवर्धन ,पूर्व सांसद हाजी फजलुर रहमान उत्तर, प्रदेश के सदर डॉ मोहम्मद यूसुफ दिल्ली, प्रदेश सदर मेहरबान कुरैशी ,राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद शफीक कुरैशी सहित 18 राज्य के सदर और पूरे इंडिया से जमीअतुल कुरेश के काउंसिल के प्रतिनिधियों भाग लिया। ज्यादातर लोगों ने मुसलमानों को तरक्की कैसे मिले इस पर चर्चा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी ने होनहार बच्चों को अवार्ड्स देकर सम्मानित किया । इस मौके पर जिला अध्यक्ष शाहिद कुरैशी के साथ, हाकिम,उस्मान, फरीद, माहे आलम, शहजाद, इरफान, शफीक (पप्पी), दानिश,अब्दुल वाहिद, एवम् अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें: सिनियर सिटीजन हुए शाहरुख खान, ऐसे हुई बर्थडे सेलिब्रेशन, जानिए नए लड़कों को कैसे करते है फेल

जिला अध्यक्ष शाहिद अहमद ने बताया कि ऑल इंडिया जमीयतुल कुरैश की नींव 100 साल पहले मेरठ के भईया राशिउद्दीन अहमद ने रखी थी। वह एक सच्चे स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत के मुसलमानों, खासकर कुरैश की दयनीय स्थिति के प्रति उनकी चिंता इतिहासकारों द्वारा स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। उन्होंने जरूरतमंद और मेधावी छात्रों की छात्रवृत्तियाँ स्थापित कीं। उनकी शख्शियत का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता की उन्होंने अपनी निजी पूंजी देकर दिल्ली जामा मस्जिद को अंग्रेजों से छुड़वाया था। अपनी निजी संपति से उन्होंने हजारों की संख्या मे स्कूल स्थापित किए और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, दिल्ली जामिया यूनिवर्सिटी मे अहम योगदान रहा। उसी तंजीम को आज आगे बढ़ाते हुए हमारी संस्था काम कर रही है।

यहां से शेयर करें