बंद हो गये राष्ट्रपति भवन में धार्मिक कार्यक्रम
नई दिल्ली : राष्ट्रपति भवन में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ करेगे. राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने कहा राष्ट्रपति ने पदभार ग्रहण करने के बाद निर्णय किया था कि राष्ट्रयपति भवन जैसी सार्वजनिक इमारत मे करदाताओं के खर्चे पर किसी तरह का धार्मिक समारोह या त्योहार नहीं मनाया जाएगा. हालांकि २५ जुलाई २०१७ से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कार्यभार संभाला है तब से ही उन्होंने यह आदेश दिये थे कि सरकारी खर्चे पर राष्ट्रपति भवन में कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाएगा। किसी भी धर्म के पर्व पर राष्ट्रपति देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करेंगे, लेकिन कर दाताओं के धन का इस्तेमाल राष्ट्रपति भवन में किसी भी धर्म के पर्व को मनाने या आयोजन के लिए नहीं किया जाएगा। लेकिन इसे सार्वजनिक अब किया गया है राष्ट्रपति भवन के सूत्रों के अनुसार इसका पालन तब से ही हो रहा है। लेकिन राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति ने मंगलवार को राज्यपालों के सम्मेलन के दौरान निजी बातचीत में कुछ राज्यपालों से इसे साझा किया। साथ ही राज्यपालों को भी सलाह दी है कि संभव हो तो राज्यों के राजभवनों में भी कोई इसका पालन किया जाना चाहिए। यह जानकारी देने वाले सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति ने कहा कि जनता के करों के पैसे का उपयोग सिर्फ सरकारी और जनता से जुड़े कार्यक्रमों में ही होना चाहिए। राष्ट्रपति कोविंद के इस फैसले का राज्यपालों ने स्वागत किया और इससे सहमति जाहिर की।