साक्षी और जीवा का यह दौरा 24 अक्टूबर को शुरू हुआ, जब वे चुपके से हरिद्वार पहुंचीं। धोनी इस बार परिवार के साथ नहीं थे, लेकिन साक्षी ने अपनी बेटी के साथ सादगी भरा अंदाज अपनाते हुए चेहरा ढक लिया, ताकि भीड़ न जुटे। हर की पौड़ी पर पूरे विधि-विधान से गंगा स्नान करने के बाद उन्होंने गंगा आरती में हिस्सा लिया। श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि साक्षी परिवार के अन्य सदस्यों—जैसे उनकी मां और बहन—के साथ पहुंची थीं। उन्होंने घाट पर मौजूद जरूरतमंदों और गरीबों को भोजन, फल और अन्य सामग्री बांटी, जो उनकी उदारता का प्रतीक बनी।
जीवा का दिल छू लेने वाला बयान: ‘मैं नेचुरलिस्ट बनना चाहूंगी’
दर्शन के दौरान का एक पल खास तौर पर लोगों के दिलों को छू गया। जब साक्षी ने अपनी 10 साल की बेटी जीवा से पूछा, “बेटी, तुम बड़े होकर क्या बनना चाहती हो?”, तो जीवा ने बेझिझक जवाब दिया—“मैं नेचुरलिस्ट बनना चाहती हूं।” यह सुनकर साक्षी समेत वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। वीडियो में साक्षी हंसते हुए कहती नजर आ रही हैं, “मैं उम्मीद करती हूं कि तू आगे चलकर यही बने।” यह मासूमियत भरा संवाद सोशल मीडिया पर छा गया है, जहां फैंस जीवा की पर्यावरण के प्रति जागरूकता की तारीफ कर रहे हैं।
धोनी परिवार की यह यात्रा छठ पूजन से जुड़ी है, जो 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक चलेगा। साक्षी अक्सर धार्मिक स्थलों की यात्रा करती रहती हैं—पिछले साल उन्होंने शिरडी के साईं बाबा के दर्शन किए थे। फैंस का मानना है कि यह यात्रा परिवार की आस्था और सामाजिक सरोकार को दर्शाती है। साक्षी ने बचपन की यादें ताजा करते हुए हरिद्वार को ‘आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र’ बताया।
सोशल मीडिया पर धूम: वायरल वीडियो ने जीता दिल
परिवार के इस दान-पुण्य के वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। जबकि एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #SakshiDhoni, #ZivaDhoni और #Haridwar जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। यूजर्स लिख रहे हैं, “धोनी परिवार की सादगी देखकर मन शांत हो जाता है।” स्थानीय पुलिस ने भी कार्यक्रम को निजी रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।

