चेतन भगत की नई किताब ‘12 ईयर्स: माई मेस्ड-अप लव स्टोरी’ पर विवाद: उम्र के फासले वाली प्रेम कहानी पर उठे रहे सवाल

Chetan Bhagat’s new book, ’12 Years,’ is in the news.: मशहूर लेखक चेतन भगत की हालिया किताब ‘12 ईयर्स: माई मेस्ड-अप लव स्टोरी’ ने सोशल मीडिया और साहित्यिक हलकों में तीखी बहस छेड़ दी है। किताब में 33 साल के तलाकशुदा पुरुष और 21 साल की युवती के बीच प्रेम संबंध को दिखाया गया है, जिसे कई लोग ‘क्रिपी’ (डरावना) और ग्रूमिंग (युवा को बहकाने) को सामान्य बनाने वाला बता रहे हैं।

इसे ‘टोन-डेफ’ (असंवेदनशील) करार दिया गया है, जबकि भगत इसे प्यार की जटिलताओं पर एक विचारोत्तेजक कहानी बताते हैं।

किताब की कहानी साकेत खुराना नाम के एक स्टैंड-अप कॉमेडियन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी पूर्व पत्नी से तलाक के बाद कड़वाहट से भरा है। वह 21 साल की पायल जैन से मिलता है, जो कॉलेज से निकली एक नौसिखिया युवती है, जिसे डेटिंग या सेक्स का कोई अनुभव नहीं है। दोनों के बीच 12 साल का उम्र का फासला है, और परिवार की आपत्तियां पारंपरिक कारणों जैसे धर्म, शराब और मांसाहार के अलावा उम्र और अनुभव के अंतर पर आधारित हैं। समीक्षक का कहना है कि किताब में साकेत को पायल की ‘पवित्रता’ और मासूमियत से आकर्षित दिखाया गया है, जो महिलाओं को infantilize (बच्चा समझना) करने जैसा लगता है, जबकि भगत इसे महिलाओं की निर्णय लेने की क्षमता का समर्थन बताते हैं।

सोशल मीडिया पर किताब की रिलीज के साथ ही विवाद भड़क उठा। रिपोर्ट के मुताबिक, नेटिज़न्स ने इसे ‘क्रिपी एज-गैप रोमांस’ कहा और ग्रूमिंग को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इंस्टाग्राम पर एक रील में किताब के प्रमोशन को देखते हुए यूजर्स ने कमेंट्स में लिखा, “पुरुषों की अतीत वाली महिला से नफरत और युवा लड़कियों पर जुनून”। ट्विटर (अब X) पर @puffcorn_45 जैसे यूजर्स ने कहा, “12 साल का उम्र फासला और अंतरधार्मिक शादी – ये सामान्य नहीं लगता।” एक अन्य यूजर @notoriousms_g ने व्यंग्यात्मक ट्वीट में लिखा, “वह प्राचीन है, वह मुश्किल से लीगल है… ये नहीं लिखा जाना चाहिए था, लेकिन पैसा बोलता है।”

मिड-डे की रिपोर्ट में किताब पर सार्वजनिक गुस्से को उजागर किया गया, जहां सवाल उठाया गया कि क्या किताबों पर नैतिक पुलिसिंग होनी चाहिए? कुछ समीक्षकों ने इसे सकारात्मक रूप से देखा, जैसे बुक रिव्यू कैफे में इसे ‘आधुनिक हम तुम’ की तरह बताया गया, जहां उम्र फासला एक ट्रॉप (कहानी का तत्व) है, न कि पूरी कहानी। ब्लॉगचैटर पर एक रिव्यू में कहा गया कि अगर आपको शहरी समकालीन रोमांस पसंद है, तो यह मनोरंजक है।

हालांकि, कई यूजर्स ने भगत के पुराने मीटू आरोपों का जिक्र किया, जहां उन्हें एक युवा महिला से यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे। @muskanmt13 ने ट्वीट किया, “क्या चेतन भगत भूल गए कि मीटू में उन्हें एक युवा महिला को हैरास करने के लिए बुलाया गया था? और अब उन्होंने इसे रोमांटिक बना दिया???”
चेतन भगत ने विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूट्यूब वीडियो में कहा कि किताब प्यार, वासना, पागलपन और भाग्य की कहानी है, जो नई पीढ़ी के सवालों का जवाब देती है – ‘कैसे पता चले कि कोई ‘द वन’ है?’ उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “महिलाओं को बच्चा समझना उनका infantilization है… क्या हम उनका वोटिंग राइट या काम करने का हक छीन लें?” उन्होंने किताब को अपनी सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक बताया, जो हास्य, भावनाएं और विचारोत्तेजना से भरी है। X पर उनके प्रमोशनल पोस्ट्स में पायल और साकेत की कहानी को ‘मेस्ड-अप लेकिन ब्यूटीफुल’ दिखाया गया है।

यह विवाद उम्र के फासले वाली रिलेशनशिप्स पर व्यापक बहस को छूता है, जो समाज में आम हैं लेकिन अक्सर पावर डायनेमिक्स और सहमति के सवाल उठाते हैं। कुछ का मानना है कि किताब स्टीरियोटाइप्स को चुनौती देती है, जबकि आलोचक इसे असंवेदनशील बताते हैं। किताब 1 अक्टूबर 2025 को रिलीज हुई और अमेजन पर उपलब्ध है। साहित्यिक विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे विषयों पर और गहन जाँच की जरूरत है, लेकिन भगत का नजरिया ‘आउट-ऑफ-टच’ लगता है।
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