ओखला विहार, जो दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है, लंबे समय से कचरा, मलबा और जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। अरीबा ने जनवरी 2024 में सोशल मीडिया पर साझा किया कि इकरा मस्जिद से ओखला विहार तक की सड़क, जो कचरे और मलबे के कारण मात्र 10 फीट चौड़ी रह गई थी, उसकी स्क्रैपिंग करवाकर 25 फीट चौड़ी करवाई गई। इस कार्य से स्थानीय निवासियों को आवागमन में सुविधा हुई और क्षेत्र की यातायात समस्या में कमी आई। उनके पिता और पूर्व विधायक आसिफ़ मोहम्मद ख़ान भी इन मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं, और सितंबर 2025 में उन्होंने शाहीन बाग रोड पर जलभराव के कारणों पर चर्चा की।
अरीबा का काम सिर्फ सड़कों तक सीमित नहीं रहा। ओखला क्षेत्र में जलभराव और गंदगी की समस्या पर उन्होंने लगातार ध्यान दिया है। शाहीन बाग और जसोला विहार जैसे इलाकों में नालों के ओवरफ्लो से सड़कें जलमग्न हो जाती हैं, जिससे निवासियों को भारी परेशानी होती है। अरीबा ने इन समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयास किए, जिसमें नालों की सफाई और मरम्मत शामिल है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने AAP सरकार की चुनौतियों के बावजूद विकास कार्य जारी रखे।
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरीबा ओखला से कांग्रेस की उम्मीदवार थीं, जहां उन्होंने AAP के अमानतुल्लाह ख़ान के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि चुनाव में जीत नहीं मिली, लेकिन उनके जनसंपर्क अभियान में स्थानीय लोगों का समर्थन स्पष्ट था। उन्होंने “नई सोच, नया विज़न” के नारे के साथ ओखला के विकास पर फोकस किया। चुनाव से पहले राहुल गांधी ने भी उनके समर्थन में रैली की, जिससे क्षेत्र में उत्साह बढ़ा।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अरीबा के प्रयासों से ओखला विहार में बुनियादी सुविधाएं बेहतर हुई हैं, लेकिन अभी भी जलभराव और स्वच्छता जैसी चुनौतियां बाकी हैं। अरीबा ने सोशल मीडिया पर अक्टूबर 2025 में शाहीन बाग नाले के स्थायी समाधान पर काम जारी होने की जानकारी साझा की। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे स्थानीय नेता क्षेत्र की समस्याओं को प्रभावी ढंग से संबोधित कर सकते हैं।
अरीबा आशिफ़ ख़ान का काम ओखला विहार जैसे इलाकों में विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जो भविष्य में और अधिक सुधार की उम्मीद जगाता है।

