Dankaur News: मुतैना गांव निवासी भावना चौधरी बीएसएफ की एयर विंग में पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर बनी हैं। इसके चलते क्षेत्र और देशभर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पोस्ट कर बधाई दी है। मंगलवार को भावना चौधरी अपने गांव पहुंची, जहां ग्रामीणों ने फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया।
मूलरूप से मुतैना गांव निवासी भावना चौधरी परिवार की इकलौती बेटी हैं। पिता बिरेशपाल सिंह और छोटा भाई निर्दोष चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। जबकि बड़े भाई शिवम चौधरी चिकित्सक हैं। पिता ने बताया कि वह बचपन से ही गाजियाबाद में रही है। उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया है। उसका सपना फ्लाइंग आॅफिसर बनने का था, लेकिन दो बार प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिल सकी। इसके बाद उसने बीएसएफ जॉइन कर लिया। भावना ने बीएसएफ की 50 से अधिक वर्ष पुरानी एयर विंग में पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर के रूप में अपनी जगह बनाकर उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि बीएसएफ के एमआई-17 हेलीकॉप्टर फ्लीट में फ्लाइट इंजीनियरों की कमी को दूर करने के लिए शुरू किये गये पहले इन-हाउस ट्रेनिंग प्रोग्राम के बाद हासिल हुई है। उन्होंने विगत अगस्त माह में शुरू हुए दो माह के इन-हाउस ट्रेनिंग कोर्स को पूरा किया, जिसमें 130 घंटे की स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग शामिल थी। भावना को पंजाब और अन्य राज्यों में हालिया बाढ़ राहत आॅपरेशन में वास्तविक उड़ान अनुभव भी मिला। बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल दलजीत सिंह चौधरी द्वारा उन्हें फ्लाइंग बैज प्रदान किया गया।

