छठ पूजा के लिए बिहार पहुंचने की होड़: देशभर के रेलवे स्टेशनों पर उमड़ी यात्रियों की भारी भीड़

Chhath Puja/Bihar News: महापर्व की तैयारी में लाखों प्रवासी मजदूर और परिवार अपने-अपने गृह राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड समेत पूर्वी राज्यों की ओर रवाना हो रहे हैं। त्योहारों की धूम के बीच भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। दिल्ली, सूरत, टाटानगर और अन्य शहरों के रेलवे प्लेटफॉर्म पर हलचल मच गई है, जहां लोग परिवार के साथ सूर्य देव की पूजा के लिए घर लौटने को बेताब नजर आ रहे हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष दीवाली (21 अक्टूबर) और छठ पूजा (27 अक्टूबर से शुरू) के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इनमें वंदे भारत एक्सप्रेस की स्पेशल सेवाएं भी शामिल हैं, जो दिल्ली, प्रयागराज, कानपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों से गुजरेंगी। नॉर्दर्न रेलवे ने चंडीगढ़-अंबाला से बिहार के लिए दो नई स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं, जबकि सेंट्रल रेलवे 1,126 विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इन ट्रेनों का फोकस पटना, वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा और गया जैसे शहरों पर है, जहां छठ पूजा की भव्यता देखने को मिलती है।

गुजरात के सूरत शहर के उदना रेलवे स्टेशन पर स्थिति सबसे विकट दिखाई दे रही है। मंगलवार को ही नौ विशेष ट्रेनों से 14,000 से अधिक यात्री बिहार-यूपी के लिए रवाना हुए, जिससे प्लेटफॉर्म पर जगह-जगह भीड़ जमा हो गई। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वे महीनों की कमाई लेकर परिवार के साथ छठ मनाने घर लौट रहे हैं। इसी तरह, झारखंड के टाटानगर स्टेशन पर रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के लिए महीनों से बंद फुट ओवरब्रिज और रैंप को फिर से खोल दिया है।

दिल्ली के प्रमुख स्टेशनों पर भगदड़ की आशंका को देखते हुए रेलवे ने पांच-सूत्री योजना लागू की है। इसमें आरपीएफ की अतिरिक्त तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, वेटिंग एरिया का विस्तार और विशेष काउंटरों पर टिकट वितरण शामिल है। छत्तीसगढ़ में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पांच रूटों पर 55 फेरे वाली पूजा स्पेशल ट्रेनें चला दी हैं, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस बार वंदे स्लीपर ट्रेनों का भी परीक्षण किया जा रहा है, जो लंबी दूरी की यात्रा को आरामदायक बनाएंगी। हालांकि, यात्रियों से अपील की गई है कि वे आईआरसीटीसी ऐप के माध्यम से अग्रिम बुकिंग करें और स्टेशन पर अनावश्यक भीड़ न करें। छठ पूजा की यह धार्मिक उमंग न केवल सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, बल्कि प्रवासी जीवन की कठिनाइयों को भी उजागर करती है।
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