ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट का शाहबेरी इलाके आज एक बार फिर चर्चा में आया है। यहां वृंदावन गार्डन सोसाइटी की एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप धारण कर लिया। जिससे आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुटी रहीं। पुलिस और फायर सर्विस की टीम की तत्परता से इमारत में फंसे सभी निवासियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण पूजा के बाद दीया या ज्योति लगाने से चिंगारी फैलना बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना थाना बिसरख क्षेत्र के अंतर्गत आती है। आग सुबह के समय लगी, जब एक परिवार ने घर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद दीया जलाया। कथित तौर पर, यह चिंगारी आसपास के ज्वलनशील पदार्थों से मिलकर तेजी से फैल गई, जिससे इमारत के कई फ्लैट धुएं और आग की चपेट में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धुआं इतना घना था कि ऊपरी मंजिलों पर फंसे लोग दम घुटने की शिकायत करने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो
बता दें कि पुलिस और दमकलकर्मियों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। सीढ़ियों और लिफ्ट का उपयोग करते हुए फंसे हुए परिवारों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि काला धुआं इमारत से निकल रहा है, जबकि नीचे फायर टेंडर पानी की बौछारें मार रहे हैं। ’’
सीएफओ प्रदीप कुमार चैबे ने बताया कि मौके पर चार से पांच फायर वाहन तैनात किए गए थे। आग पर काबू पाने में करीब एक घंटे का समय लगा। सौभाग्य से इस हादसे में कोई जानहानि नहीं हुई, लेकिन संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है। जांच टीम ने मौके का मुआयना किया और कारणों की गहन पड़ताल शुरू कर दी है।
फायर सेफ्टी उपकरणों पर सवाल
ग्रेटर नोएडा वेस्ट जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में ऐसी घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। शाहबेरी क्षेत्र में सैकड़ों बहुमंजिला इमारतें हैं, जहां फायर सेफ्टी उपकरणों की कमी की शिकायतें पुरानी हैं। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि प्रशासन सोसाइटियों में फायर टेंडर पहुंच, स्मोक डिटेक्टर और आपातकालीन निकासी मार्गों की जांच सुनिश्चित करे।

