The Naujawan Bharat Sabha launched a three-day Bhagat Singh Memorial Campaign: शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती के अवसर पर नौजवान भारत सभा, कुलेसरा इकाई द्वारा तीन दिवसीय भगत सिंह यादगारी अभियान आयोजित किया गया। इस अभियान के दौरान कुलेसरा और सुथ्याना की अलग-अलग कॉलोनियों में रैलियाँ निकाली गईं, नुक्कड़ सभाएँ आयोजित की गईं और हजारों पर्चे वितरित किए गए, जिससे लोगों तक भगत सिंह के विचार पहुँच सकें।
अभियान का समापन सांस्कृतिक संध्या के आयोजन के साथ हुआ, जिसमें क्रान्तिकारी गीत और नाटक प्रस्तुत किए गए। नौजवान भारत सभा के सदस्यों ने उपस्थित लोगों को बताया कि भगत सिंह का सपना एक समतामूलक समाज बनाने का था, जिसमें किसी व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति पर शोषण न हो और सभी को समान अवसर उपलब्ध हों।
इस अवसर पर भगत सिंह के जीवन, उनके आदर्शों और क्रान्तिकारी विचारों पर भी चर्चा की गई। उन्होंने 1926 में युवाओं को संगठित करने के लिए नौजवान भारत सभा का गठन किया था। इसके साथ ही हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का नाम भी उनके सुझाव पर बदलकर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन कर दिया गया था।
सांस्कृतिक संध्या में नौजवान भारत सभा की टोली ने क्रान्तिकारी गीत जैसे मेरा रंग दे बसंती चोला, सृष्टि बीज का नाश न हो और आ रे नौजवान प्रस्तुत किए। इसके अलावा नाटक देश को आगे बढ़ाओ के माध्यम से वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और नेताओं की हकीकत को दर्शाया गया।
नौजवान भारत सभा ने चलाया तीन दिवसीय भगत सिंह यादगारी अभियान, कॉलोनियों में रैलियां और नुक्कड़ सभाएं की गई आयोजित

