दुबई के कुख्यात ‘पोर्टा पॉटी पार्टियां’, महिलाओं को मल खाने या उल्टी खाने जैसे घिनौने कामों के लिए किया जाता है मजबूर

Dubai’s infamous ‘Porta Potty Parties’: चमचमाती इमारतें, लग्जरी कारें और हाई-प्रोफाइल इवेंट्स के लिए मशहूर दुबई की दुनिया में एक ऐसा काला सच सामने आ रहा है, जो सोशल मीडिया पर हंगामा मचा रहा है। ‘पोर्टा पॉटी पार्टियां’—ये नाम सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ये पार्टियां अमीरों की बेपरवाह जिंदगी का हिस्सा बताई जाती हैं, जहां युवा महिलाओं को लुभावने तोहफों के नाम पर फंसाया जाता है और फिर अपमानजनक, घिनौने सेक्सुअल एक्ट्स के लिए मजबूर किया जाता है। हाल के दिनों में बीबीसी की जांच और कई मॉडल्स की आपबीती ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने पर मजबूर कर दिया है।

क्या हैं ये ‘पोर्टा पॉटी पार्टियां’?
‘पोर्टा पॉटी’ शब्द अंग्रेजी में पोर्टेबल टॉयलेट को कहते हैं, लेकिन यहां इसका मतलब है कुछ ऐसा, जो इंसानी हदों को पार करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुबई के अमीर पुरुष—जिनमें अरब, यूरोपीय और अन्य अमीर क्लाइंट शामिल हैं—युवा मॉडल्स, इन्फ्लुएंसर्स या टूरिस्ट महिलाओं को पांच सितारा होटल्स, डिजाइनर बैग्स, ज्वेलरी और हजारों डॉलर्स के तोहफों का लालच देकर इन पार्टियों में बुलाते हैं। लेकिन जैसे ही पार्टी शुरू होती है, महिलाओं को अपमानजनक एक्ट्स करने के लिए दबाव डाला जाता है—जिसमें बॉडी फ्लूइड्स (मल-मूत्र) का इस्तेमाल शामिल है। कुछ मामलों में तो महिलाओं को मल खाने या उल्टी करने जैसे घिनौने कामों के लिए मजबूर किया जाता है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन पार्टियों में महिलाओं को 25,000 से 50,000 डॉलर तक पैसे मिलते हैं, लेकिन ये पैसे जिंदगी भर के अपमान का बदला नहीं चुका सकते।

ये पार्टियां प्राइवेट यॉट्स, लग्जरी होटलों या हाई-राइज अपार्टमेंट्स में आयोजित होती हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज और रेडिट थ्रेड्स के जरिए ये कहानियां फैलीं, जहां एक यूजर ने स्पेनिश महिलाओं की आपबीती शेयर की—कैसे उन्हें ‘ब्राउन टाउन’ (मल से जुड़े एक्ट्स) के लिए मजबूर किया गया।

विवाद का केंद्र
ये पार्टियां सिर्फ घिनौनी नहीं, बल्कि खतरनाक भी हैं। हाल ही में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘डेथ इन दुबई’ ने एक बड़े सेक्स रिंग का पर्दाफाश किया। इसमें चार्ल्स म्वेसिग्वा नाम का एक पूर्व लंदन बस ड्राइवर सामने आया, जो अब दुबई में महिलाओं को ट्रैफिकिंग करके इन पार्टियों में सप्लाई करता है। अंडरकवर रिपोर्टर को उसने 1,000 डॉलर प्रति रात से शुरू होने वाली सर्विस ऑफर की, जिसमें ‘क्रेजी स्टफ’ के लिए ज्यादा पैसे। म्वेसिग्वा ने दावा किया कि उसके पास 25 महिलाएं हैं, जो ‘ओपन-माइंडेड’ हैं और क्लाइंट्स की हर फरमाइश पूरी कर सकती हैं। एक यूगांडा महिला ने बताया, “एक क्लाइंट लड़कियों पर शौच करता है और उन्हें उसे खाने को कहता है।”

इसके अलावा, यूक्रेनियन मॉडल मारिया कोवालचुक का केस सबसे डरावना है। जून 2025 में दुबई में एक पार्टी के बाद उन्हें सड़क किनारे घायल अवस्था में पाया गया—रीढ़ की हड्डी टूटी हुई, कई सर्जरी की जरूरत। पुलिस ने कहा कि वो कंस्ट्रक्शन साइट से गिर गईं, लेकिन उनकी मां और वकील का कहना है कि ये ‘पोर्टा पॉटी’ पार्टी का नतीजा था। मारिया ने अस्पताल से इंटरव्यू में बताया कि ‘रिच रशियन किड्स’ ने उन्हें पीटा और अपमानित किया। इसी तरह, एक अन्य यूगांडा महिला ‘लेक्सी’ ने बताया कि उन्हें धोखे से दुबई लाया गया और ‘पोर्टा पॉटी’ रिक्वेस्ट्स का सामना करना पड़ा।
सोशल मीडिया पर भी ये मुद्दा गरम है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर हाल के पोस्ट्स में यूजर्स दुबई को ‘डार्क ट्रेड का हब’ बता रहे हैं। एक पोस्ट में लिखा गया, “दुबई पोर्टा पॉटी पार्टियां एपस्टीन आइलैंड से भी ज्यादा घिनौनी हैं।”

कानूनी जोखिम और चेतावनियां
दुबई की चमक के पीछे कानून का साया भी डरावना है। हालांकि सेक्स आउटसाइड मैरिज को हाल ही में डिक्रिमिनलाइज किया गया है, लेकिन इन पार्टियों में शामिल महिलाएं भी व्यभिचार या अश्लीलता के आरोपों का शिकार हो सकती हैं—खासकर अगर मिस्टरेटेड मेन मौजूद हों। डिटेन्ड इन दुबई की सीईओ राधा स्टर्लिंग ने चेतावनी दी, “महिलाएं प्राइवेट पार्टी समझकर जाती हैं, लेकिन हिंसक और अपमानजनक हालात में फंस जाती हैं। कानूनी रिस्क भी उनका इंतजार कर रहा होता है।”
इन्फ्लुएंसर लॉरा सांचेज ने टिकटॉक पर युवतियों को आगाह किया, “लग्जरी ऑफर्स के पीछे छिपा है शोषण।” रेडिट पर एक थ्रेड में यूजर्स ने दुबई को ‘मिसोजिनी और रेसिज्म का केंद्र’ बताया, जहां यूरोपीय और अफ्रीकी महिलाओं को ‘लक्जरी सेटिंग’ के नाम पर टारगेट किया जाता है।

अमीरों की लग्जरी लाइफस्टाइल का काला चेहरा
दुबई को युवाओं का स्वप्निल शहर माना जाता है, लेकिन ये पार्टियां दिखाती हैं कि अमीरों की दुनिया में पैसा नैतिकता को कुचल देता है। एक टिकटॉकर कायला ने शेयर किया, “ये मेन इतना अमीर हैं कि स्पोर्ट्स कार या महल उनके लिए चेंज है। वो सोचते हैं कि पैसे से सब कुछ खरीद सकते हैं—इसका मतलब लड़की पर लड़की।” एक्स पर एक यूजर ने लिखा, “दुबई में लैम्बोर्गिनी पुलिस कारें हैं, लेकिन सीवेज सिस्टम नहीं—इसलिए इन्फ्लुएंसर्स को ही उनका कचरा उठाना पड़ता है।”
मानवाधिकार कार्यकर्ता चेताते हैं कि दुबई की जस्टिस सिस्टम विदेशी महिलाओं को न्याय नहीं देती। बीबीसी जांच में पाया गया कि पुलिस इन मामलों में निष्क्रिय है और कभी-कभी संगठित अपराधियों को संरक्षण देती है।

सतर्क रहें, सच को पहचानें
‘पोर्टा पॉटी पार्टियां’ दुबई की चमक-दमक का उल्टा चेहरा हैं—जहां अमीरों की बेपरवाह इच्छाएं गरीब और महत्वाकांक्षी महिलाओं की जिंदगियां बर्बाद कर रही हैं। ये सिर्फ सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन नहीं, बल्कि ट्रैफिकिंग, हिंसा और कानूनी जाल का मिश्रण है। युवतियां अगर दुबई घूमने या काम के सिलसिले में जा रही हैं, तो संदिग्ध ऑफर्स से दूर रहें। ये कहानियां हमें याद दिलाती हैं कि लग्जरी की दुनिया हमेशा ग्लैमरस नहीं होती।

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