Himachal Pradesh/Arni University News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा में स्थित अरनी यूनिवर्सिटी के परिसर में बीती रात ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से भयावह बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। परिसर जलमग्न हो गया, जिसके कारण सैकड़ों छात्र और कर्मचारी फंस गए। इस आपदा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 427 लोगों को सुरक्षित निकाला, जिनमें अधिकांश छात्र थे।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ब्यास नदी में अचानक आए उफान के कारण यूनिवर्सिटी परिसर में पानी भर गया। जैसे ही स्थिति की गंभीरता का पता चला, NDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। रात भर चले इस अभियान में NDRF ने नावों और अन्य संसाधनों का उपयोग कर छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बचाव कार्य आज भी जारी है, जिसमें मंड और सनोअर क्षेत्रों से 26 और लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
स्थानीय लोगों और प्रशासन ने बताया कि भारी बारिश और नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कांगड़ा और चंबा जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं। अरनी यूनिवर्सिटी के अलावा, आसपास के ग्रामीण इलाकों और श्री मणिमहेश यात्रा में फंसे हजारों तीर्थयात्रियों को भी बचाव दल ने सुरक्षित निकाला है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और नदी-नालों के पास न जाने की अपील की है।
इस घटना ने क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन और आपदा तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने प्रभावित छात्रों के लिए अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था की है। NDRF और स्थानीय प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।

