Madurai/Tamil Nadu News: तमिल सिनेमा के सुपरस्टार और तमिलगा वेट्री कझगम (टीवीके) के अध्यक्ष विजय ने 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मदुरै जिले के परापथी में आयोजित टीवीके के दूसरे राज्य स्तरीय सम्मेलन में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए विजय ने सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से साफ इनकार कर दिया।
विजय ने अपने जोशीले भाषण में बीजेपी को “वैचारिक दुश्मन” और डीएमके को “राजनीतिक दुश्मन” करार दिया। उन्होंने कहा, “टीवीके न तो डीएमके के साथ गठबंधन करेगी और न ही बीजेपी के साथ। हम तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे और जनता की ताकत के साथ एक नया इतिहास रचेंगे।” विजय ने यह भी घोषणा की कि वह स्वयं मदुरै पूर्व विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन साथ ही कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि तमिलनाडु की सभी सीटों पर टीवीके उम्मीदवारों को उन्हें ही मानकर वोट दें।
“शेर हमेशा शेर ही रहता है”
विजय ने अपने भाषण में शेर की उपमा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “शेर अकेले भी शिकार करता है और उसकी दहाड़ आठ किलोमीटर तक गूंजती है। टीवीके भी तमिलनाडु की राजनीति में ऐसी ही अजेय ताकत बनकर उभरेगी।” उन्होंने डीएमके पर भ्रष्टाचार और वंशवाद का आरोप लगाया, जबकि बीजेपी पर तमिलनाडु की जरूरतों को नजरअंदाज करने और सामाजिक समरसता को तोड़ने का इल्जाम लगाया। विजय ने कहा, “हमारी राजनीति पारदर्शी, भावनात्मक और जनता की भलाई के लिए है। हमारी प्राथमिकता महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों, किसानों और ट्रांसजेंडर समुदाय की सुरक्षा और विकास है।”
टीवीके की रणनीति और भविष्य की योजनाएं
विजय ने 1967 और 1977 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 2026 में एक ऐतिहासिक बदलाव लाएगी, जैसा कि डीएमके और एआईएडीएमके ने अतीत में किया था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से डीएमके सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया और कहा कि टीवीके का लक्ष्य दो करोड़ सदस्यों को जोड़ना और गांव-गांव तक पहुंचना है।
पार्टी ने पहले ही विजय को 2026 के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। सितंबर से दिसंबर तक विजय पूरे तमिलनाडु का दौरा करेंगे, ताकि मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित कर समर्थन जुटाया जा सके।
तमिलनाडु की राजनीति में नया मोड़
विजय की टीवीके का यह फैसला तमिलनाडु की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दिया है, जो लंबे समय से डीएमके और एआईएडीएमके के इर्द-गिर्द घूमती रही है। विजय ने एआईएडीएमके के साथ भी गठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि टीवीके किसी भी “गुलाम गठबंधन” का हिस्सा नहीं बनेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विजय की लोकप्रियता और उनके प्रशंसकों का विशाल आधार टीवीके को एक मजबूत तीसरा विकल्प बना सकता है। हालांकि, डीएमके और बीजेपी के खिलाफ उनकी आक्रामक रणनीति और अकेले चुनाव लड़ने का फैसला कितना सफल होगा, यह 2026 के चुनाव परिणाम ही बताएंगे।
विजय का राजनीतिक सफर
51 वर्षीय विजय, जिन्हें “थलपति विजय” के नाम से जाना जाता है, तमिल सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। उन्होंने 2023 में टीवीके की स्थापना के साथ राजनीति में कदम रखा था। इससे पहले वे अपनी सामाजिक पहल ‘वीजा’ के जरिए युवाओं और शिक्षा जैसे मुद्दों पर काम करते रहे हैं। विजय ने अपने भाषण में दिवंगत अभिनेता और नेता एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) और विजयकांत का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी तमिलनाडु के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
2026 का तमिलनाडु विधानसभा चुनाव अब और रोचक होने वाला है, क्योंकि विजय की टीवीके पारंपरिक द्रविड़ दलों को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में है।

