FBI News: अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) और सिस्को ने बुधवार को एक संयुक्त चेतावनी जारी करते हुए कहा कि रूस से जुड़े हैकर्स पिछले एक साल से पुराने सिस्को सॉफ्टवेयर में मौजूद एक खामी का फायदा उठाकर अमेरिका के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे से जुड़े हजारों नेटवर्किंग उपकरणों को निशाना बना रहे हैं। ये हैकर्स रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) के सेंटर 16 से संबद्ध हैं और इन्हें रूस की सबसे सक्रिय साइबर जासूसी इकाइयों में से एक माना जाता है।
एफबीआई के अनुसार, ये हैकर्स अमेरिका के विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे दूरसंचार, उच्च शिक्षा और विनिर्माण से जुड़े नेटवर्किंग उपकरणों से “डिवाइस कॉन्फिगरेशन जानकारी” बड़े पैमाने पर एकत्र कर रहे हैं। इस जानकारी का उपयोग रूसी सरकार के रणनीतिक हितों के आधार पर भविष्य में किया जा सकता है। कुछ मामलों में, हैकर्स ने कॉन्फिगरेशन फाइलों में बदलाव कर लंबे समय तक नेटवर्क तक पहुंच बनाए रखने की कोशिश की है, खासकर औद्योगिक नियंत्रण प्रणालियों (इंडस्ट्रियल कंट्रोल सिस्टम्स) पर नजर रखते हुए।
सिस्को की थ्रेट इंटेलिजेंस रिसर्च यूनिट, सिस्को टैलोस के शोधकर्ताओं सारा मैकब्रूम और ब्रैंडन व्हाइट ने अपने ब्लॉग में बताया कि हैकर्स सात साल पुरानी सिस्को आईओएस सॉफ्टवेयर की कमजोरी का शोषण कर रहे हैं, जो अपडेट न किए गए और पुराने पड़ चुके नेटवर्क उपकरणों को निशाना बनाता है। शोधकर्ताओं ने यह भी चेतावनी दी कि अन्य देशों के समर्थन वाले हैकर्स भी संभवतः इसी तरह की गतिविधियां चला रहे हैं। उत्तरी अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और यूरोप में दूरसंचार, शिक्षा और विनिर्माण क्षेत्रों की संस्थाएं इन हमलों का मुख्य लक्ष्य रही हैं, जिन्हें रूसी सरकार के रणनीतिक हितों के आधार पर चुना गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह हैकिंग इकाई कम से कम एक दशक से सक्रिय है और संभवतः एफएसबी के सेंटर 16 का एक उप-समूह है। मार्च 2022 में अमेरिकी न्याय विभाग ने इस समूह के चार रूसी नागरिकों पर 2012 से 2018 के बीच वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र को अवैध रूप से निशाना बनाने का आरोप लगाया था।
वाशिंगटन में रूसी दूतावास ने इस संबंध में टिप्पणी के लिए किए गए अनुरोध का जवाब नहीं दिया। मॉस्को ने साइबर जासूसी के आरोपों से इनकार किया है। एफबीआई और सिस्को ने संगठनों से आग्रह किया है कि वे अपने नेटवर्क उपकरणों को अपडेट करें और साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करें ताकि इस तरह के हमलों से बचा जा सके।
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब वैश्विक साइबर खतरों में वृद्धि देखी जा रही है, और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस तरह के हमले भविष्य में और गंभीर रूप ले सकते हैं। अमेरिकी सरकार और निजी क्षेत्र को साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा की जा सके।

