लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने स्वतंत्रता सेनानियों को दी श्रद्धांजलि

Ghaziabad News लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने शिक्षाविद् और संस्थापक अध्यक्ष रामदुलार यादव के नेतृत्व में स्वरूप पार्क स्थित ज्ञानपीठ केंद्र में भारत छोड़ो आंदोलन 1942 की स्मृति में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया और करो या मरो के उद्घोष के साथ स्वतंत्रता सेनानियों—कांग्रेस, समाजवादियों, काकोरी कांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
मुख्य अतिथि विशन लाल गौड़, अवधेश सिंह, सम्राट सिंह यादव, जगन्नाथ प्रसाद व लज्जा यादव नेभी अपने विचार साझा किए।
रामदुलार यादव ने कहा कि क्रिप्समिशन और ब्रिटिश वादाखिलाफी ने कांग्रेस नेतृत्व में आक्रोश भड़का दिया था। महात्मा गांधी के भारत छोड़ो के आह्वान ने जनता को साहस दिया कि या तो देश को आजादी दो या हम सब अपनी जान न्यौछावर कर देंगे। आंदोलन ने जनता को जागृत किया,सैकड़ों शहीद, हजारों घायल, लाखों गिरफ्तार, लेकिन भावना अजेय रही और 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली। आजादी के 78 वर्षों बाद राम दुलार यादव ने चिंताएं साझा कीं शिक्षा, प्रेस की स्वतंत्रता, नागरिक अधिकारों पर हमले, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई और आर्थिक विषमता।
उन्होंने कहा कि देश के वर्तमान नेतृत्व को स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों से मार्गदर्शन लेना चाहिए, अन्यथा उनके प्रति न्याय नहीं हो पाएगा। डॉ. देवकर्ण चौहान ने उपस्थित सभी का धन्यवाद किया, जबकि विनोद त्रिपाठी और राजेन्द्र सिंह ने देशभक्ति गीतों से वातावरण को भावुक बना दिया।
इस मौके पर प्रमुख सदस्य, राम दुलार यादव, डॉ. विशन लाल गौड़, डॉ. देवकर्ण चौहान, सम्राट सिंह यादव, चक्रधारी दूबे, ओम प्रकाश अरोड़ा, मुनीव यादव, सत्यपाल सिंह, ब्रह्म प्रकाश, हरेन्द्र सिंह, लज्जा यादव, बालकरन यादव, प्रतिभा, विक्रम सिंह, अमर बहादुर, हरिकृष्ण, यासीन, रामेश्वर यादव, दिलीप यादव मौजूद रहे।

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