ट्रम्प के नंबर वन नेगोशिएटर की व्लादिमीर पुतिन से, मास्को में मुलाकात

Negotiator News : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विशेष दूत और शीर्ष वार्ताकार स्टीव विटकॉफ ने आज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के लिए मास्को पहुंचे। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है, जब ट्रम्प द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध में युद्धविराम के लिए दी गई 8 अगस्त की समयसीमा समाप्त होने में कुछ ही दिन बाकी हैं। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन में चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में बातचीत को आगे बढ़ाना है।

पृष्ठभूमि और ट्रम्प का अल्टीमेटम
डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए कई बार अपनी प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 8 अगस्त तक शांति स्थापित करने की समयसीमा दी थी, ऐसा न करने पर रूस और उसके साथ व्यापार करने वाले देशों, जैसे चीन, भारत और ब्राजील, पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रम्प का मानना है कि यह युद्ध न केवल लाखों लोगों की जिंदगियों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्थिरता के लिए भी खतरा बन चुका है।

स्टीव विटकॉफ, जो एक अमेरिकी रियल एस्टेट डेवलपर और ट्रम्प के लंबे समय से विश्वासपात्र मित्र हैं, को इस संकट के समाधान के लिए विशेष दूत के रूप में चुना गया है। विटकॉफ ने 2025 में पहले भी फरवरी और अप्रैल में पुतिन से मुलाकात की थी, लेकिन इन मुलाकातों से कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। ट्रम्प का मानना है कि विटकॉफ की डीलमेकिंग क्षमता इस जटिल स्थिति में समझौता कराने में मदद कर सकती है।

मुलाकात का उद्देश्य
आज की मुलाकात में विटकॉफ और पुतिन के बीच यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित युद्धविराम पर चर्चा होने की उम्मीद है। अमेरिका ने पहले ही यूक्रेन को 30 दिनों के अंतरिम युद्धविराम के लिए राजी कर लिया है, जिसमें ऊर्जा ढांचे और नागरिक क्षेत्रों पर हमले रोकने का प्रस्ताव शामिल है। हालांकि, पुतिन ने पूर्ण युद्धविराम के लिए अपनी शर्तें रखी हैं, जिनमें यूक्रेन का नाटो में शामिल न होना, उसकी सेना का आकार सीमित करना, और रूस द्वारा कब्जाए गए चार यूक्रेनी क्षेत्रों—लुहांस्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया—को मान्यता देना शामिल है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इन शर्तों को अस्वीकार करते हुए कहा है कि यूक्रेन अपनी क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने रूस पर युद्धविराम प्रस्तावों का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया है। जेलेंस्की ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि वह रूस के कुर्स्क क्षेत्र को वापस करने के बदले में अन्य क्षेत्रों पर बातचीत कर सकते हैं, लेकिन इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई है।

वर्तमान स्थिति और चुनौतियां
हाल के महीनों में ट्रम्प और पुतिन के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई है, लेकिन पूर्ण युद्धविराम पर सहमति नहीं बन पाई है। रूस ने ऊर्जा ढांचे पर हमले रोकने के लिए 30 दिनों की सहमति दी है, लेकिन पूर्ण युद्धविराम के लिए उसकी शर्तें अमेरिका और यूक्रेन के लिए स्वीकार्य नहीं हैं। रूसी उप-राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रम्प के अल्टीमेटम को “युद्ध की ओर एक कदम” करार देते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

इसके अलावा, यूरोपीय देशों में इस बात को लेकर चिंता है कि ट्रम्प और पुतिन के बीच कोई ऐसा समझौता न हो जाए, जिसमें यूक्रेन को शामिल किए बिना रूस को रियायतें दी जाएं। नाटो महासचिव मार्क रुटे ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन को हर वार्ता में शामिल करना जरूरी है।

आगे की राह
स्टीव विटकॉफ की आज की मुलाकात को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि रूस की शर्तों और यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की मांग के बीच समझौता करना आसान नहीं होगा। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि यदि युद्धविराम होता भी है, तो वह रूस की शर्तों पर ही हो सकता है। दूसरी ओर, ट्रम्प ने साफ कर दिया है कि वह इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करना चाहते हैं, और इसके लिए वह कड़े कदम उठाने से भी नहीं हिचकेंगे|

सीन “डिड्डी” कॉम्ब्स, डोनाल्ड ट्रम्प से माफी मांगने के लिए, कर रहे संपर्क

यहां से शेयर करें