Noida News: ट्रैफ़िक में ही लोगो की आधी जिंदगी गुज़र जाती है ऐसा लगता है की अब तो ऑफिस के बाहर सड़को पर तम्बू के सहारे जीवन गुजर-बसर करना पड़ेगा। ट्रैफ़िक पुलिस तो सिर्फ़ चालान काटने और रील देखने में व्यस्त रहते है। उन्हें जनता की परेशानियों से क्या मतलब है उसे तो सिर्फ़ चालान काटना आता है और नहीं तो सर्विस रोड पर बैरिकेडिंग लगाना।नोएडा के सेक्टर 71 से बसई तक की सड़कों पर रोजाना लगने वाला भीषण ट्रैफिक जाम स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। सुबह और शाम के व्यस्त समय में इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे मिनटों का सफर घंटों में तब्दील हो जाता है। इस समस्या ने न केवल दैनिक यात्रियों, बल्कि व्यापारियों और कर्मचारियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने इस मार्ग पर जाम की समस्या को कम करने के लिए कई प्रयास किए हैं। उदाहरण के लिए, सेक्टर 71 के फेज-3 थाने के सामने बने यू-टर्न को बंद करने का प्रयोग किया गया था, ताकि ट्रैफिक का दबाव कम हो सके। हालांकि, यह प्रयोग पूरी तरह सफल नहीं रहा। यू-टर्न बंद करने के बाद कैलाश अस्पताल के पास वाले यू-टर्न पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे समस्या केवल स्थानांतरित हो गई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सेक्टर 71 से बसई तक का मार्ग अक्सर भारी वाहनों और बढ़ती आबादी के दबाव के कारण जामग्रस्त रहता है। बारिश के मौसम में यह स्थिति और भी बदतर हो जाती है, क्योंकि सड़कों पर जलभराव और निर्माण कार्य जाम को और बढ़ा देते हैं। उदाहरण के तौर पर, सेक्टर 71 के अंडरपास के पास बारिश के दौरान जलभराव की स्थिति ने यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
नोएडा प्राधिकरण और ट्रैफिक पुलिस इस समस्या के समाधान के लिए वैकल्पिक उपायों पर विचार कर रहे हैं। डीसीपी ट्रैफिक लखन सिंह यादव ने बताया कि जाम को नियंत्रित करने के लिए यू-टर्न और सड़कों के डिजाइन में बदलाव पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा और नोएडा प्राधिकरण ने जाम वाले स्थानों को चिह्नित कर सड़कों को चौड़ा करने की योजना बनाई है, जिससे ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद जगी है।
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि इन उपायों का असर तभी होगा, जब इन्हें तेजी से और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। व्यापारी नवनीत गुप्ता ने कहा, “जाम की वजह से माल की ढुलाई में देरी होती है और कर्मचारी समय पर ऑफिस नहीं पहुंच पाते। यह समस्या अब शहर के विकास के लिए बाधा बन रही है।”
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या के साथ जाम की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क इंजीनियरिंग में सुधार, बेहतर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और वैकल्पिक मार्गों का विकास ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है।
फिलहाल, सेक्टर 71 से बसई तक के यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें या व्यस्त समय से बचकर यात्रा की योजना बनाएं। नोएडा प्राधिकरण और ट्रैफिक पुलिस से उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का प्रभावी समाधान निकाला जाएगा, ताकि शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिल सके।
New Delhi News: ‘आतंकवाद और क्रिकेट एक साथ नहीं’, WCL सेमीफाइनल को स्पॉन्सर करने से किया इनकार

