Himachal Pradesh News: भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस संजीव खन्ना को हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (HPNLU), शिमला में विशिष्ट प्रोफेसर (Distinguished Professor) के रूप में नियुक्त मिली है। इस नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा विश्वविद्यालय ने 14 जुलाई 2025 को की। HPNLU की कुलपति प्रोफेसर प्रीति सक्सेना ने जस्टिस खन्ना से यह जिम्मेदारी स्वीकार करने का अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
जस्टिस संजीव खन्ना, जो 13 मई 2025 को सुप्रीम कोर्ट के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे, का HPNLU के साथ पहले से ही जुड़ाव रहा है। वे विश्वविद्यालय के विजिटर रह चुके हैं। कुलपति प्रोफेसर सक्सेना ने कहा, “जस्टिस खन्ना का HPNLU में विशिष्ट प्रोफेसर के रूप में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है। उनका व्यापक अनुभव, कानून के प्रति गहरी समझ और अटूट प्रतिबद्धता विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”
जस्टिस खन्ना ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए, जिनमें इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को खत्म करना, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देना शामिल हैं।
दूसरी तरफ़, भारत के एक अन्य पूर्व मुख्य न्यायाधीश, जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़, जो नवंबर 2022 से नवंबर 2024 तक CJI रहे, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU), दिल्ली में विशिष्ट प्रोफेसर के रूप में अपनी क़ानूनी सेवाएं दे रहे हैं। NLU दिल्ली ने 15 मई 2025 को उनके जुड़ने की घोषणा की थी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जी.एस. वाजपेयी ने कहा, “जस्टिस चंद्रचूड़ का अनुभव और संवैधानिक समझ हमारे छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।” जुलाई 2025 से शुरू होने वाली उनकी विशेष लेक्चर सीरीज “इन द स्पिरिट ऑफ जस्टिस” कानूनी शिक्षा में एक नया अध्याय जोड़ेगी।
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