Patna News: बिहार की राजधानी पटना के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार रात एक बड़ा विमान हादसा होते-होते रह गया। दिल्ली से पटना आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-2482 लैंडिंग के दौरान रनवे से आगे निकल गई, लेकिन पायलट की सूझबूझ और तत्काल निर्णय ने 174 यात्रियों और चालक दल की जान बचा ली।
फ्लाइट 6E-2482 मंगलवार रात पटना एयरपोर्ट पर लैंडिंग कर रही थी। लैंडिंग के दौरान विमान निर्धारित टचडाउन पॉइंट से पहले रनवे पर उतर गया, जिसके कारण रनवे की शेष लंबाई विमान को सुरक्षित रोकने के लिए अपर्याप्त थी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए, पायलट ने तुरंत विमान को दोबारा टेकऑफ कराया, जिसे एविएशन भाषा में ‘गो-अराउंड’ कहा जाता है। इसके बाद विमान ने पटना शहर के ऊपर तीन-चार चक्कर लगाए और करीब रात 9 बजे सुरक्षित लैंडिंग की।
यह घटना पटना एयरपोर्ट की संरचनात्मक कमियों को फिर से उजागर करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, पटना का रनवे केवल 2.07 किलोमीटर लंबा है, जो बड़े विमानों के लिए अपेक्षाकृत छोटा माना जाता है। इसके अलावा, हवाई अड्डे के पास सचिवालय की प्रतिष्ठित घड़ी टावर की ऊंचाई के कारण विमानों को सामान्य 3 डिग्री के बजाय 3.25 से 3.5 डिग्री के तीव्र कोण पर उतरना पड़ता है, जो लैंडिंग को और जटिल बनाता है। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने सुरक्षा उपायों को बेहतर करने के लिए घड़ी टावर की ऊंचाई को 17.5 मीटर कम करने का प्रस्ताव दिया गया है, ताकि विमानों को अधिक सुरक्षित और मानक उतरने का कोण मिल सके।
पायलट की तत्काल प्रतिक्रिया और कुशलता की सभी ने सराहना की है। यात्रियों ने बताया कि विमान के तेजी से नीचे उतरने और फिर अचानक ऊपर उठने के दौरान कुछ पल के लिए तनावपूर्ण माहौल था, लेकिन पायलट के कौशल ने स्थिति को संभाल लिया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है, विशेष रूप से पटना एयरपोर्ट की सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए।
पटना एयरपोर्ट पहले भी कई बार सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं के कारण चर्चा में रहा है। हाल ही में 9 जुलाई 2025 को, दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-5009 को पक्षी टकराने के कारण आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी। इसके अलावा, पिछले साल दिसंबर में एक स्पाइसजेट फ्लाइट को तकनीकी खराबी के कारण पटना में आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी। विशेषज्ञों ने हवाई यातायात प्रबंधन और पक्षी टकराव की रोकथाम के लिए बेहतर उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया जा है।
इंडिगो ने इस घटना पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि पायलट ने मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया और सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। विमान को विस्तृत तकनीकी जांच के लिए रखा गया है। यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान की गई।

