Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 स्थित डी-पार्क में सोमवार को दर्दनाक हादसे में एलकेजी में पढ़ने वाले एक मासूम छात्र की जान चली गई। छह वर्षीय पृथ्वी, जो स्कूल से लौटकर रोज की तरह पार्क खेलने गया था, वहां वर्षों से खराब पड़े फव्वारे में भरे बारिश के पानी में डूब गया।
तीन फीट गहरे इस फव्वारे के चारों ओर न तो कोई चेतावनी बोर्ड है और न ही कोई तारबंदी या सुरक्षा घेरा, जो बच्चों को उसमें उतरने से रोक सके।
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बिना सुरक्षा के जलभराव बना हादसे की वजह
घटना सोमवार दोपहर की है। मूल रूप से शाहजहांपुर के थाना मड़ा क्षेत्र के अजीजगंज निवासी सुभाष अपने परिवार के साथ सेक्टर पी-3 के डी ब्लॉक में किराये पर रहते हैं। वे एक पैकेजिंग फैक्टरी में काम करते हैं जबकि उनकी पत्नी रुचि घरेलू सहायिका हैं। मृतक पृथ्वी उनके तीन बच्चों में सबसे बड़ा था।
परिजनों के अनुसार, स्कूल से लौटने के बाद पृथ्वी ने दोपहर का खाना खाया और हमेशा की तरह पास के डी-पार्क में खेलने चला गया। कुछ देर बाद वह पार्क के बीचों-बीच वर्षों से जर्जर अवस्था में पड़े फव्वारे में उतर गया, जिसमें बारिश का पानी जमा था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे का पैर फिसला और वह डूबने लगा। पार्क में मौजूद एक युवक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। करीब दोपहर 3:50 बजे पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
बच्चे को पानी से बाहर निकालकर पास के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों में कोहराम, जिम्मेदारी तय करने की मांग
हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। रो-रोकर परिजनों का बुरा हाल है। कोतवाली प्रभारी के अनुसार, परिजनों ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार किया है और कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई। वे मंगलवार सुबह बच्चे के शव के साथ अपने पैतृक गांव शाहजहांपुर लौट गए।
हालांकि, इस हादसे ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। वर्षों से खराब पड़े फव्वारे में लगातार पानी भरने और सुरक्षा घेरा न होने को लेकर अब स्थानीय निवासियों में भारी नाराज़गी है।
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