ghaziabad news लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने साहिबाबाद स्थित ज्ञानपीठ केन्द्र-1, स्वरूप पार्क, जी.टी. रोड में भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती सोमवार को संविधान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई।
मुख्य अतिथि एस.एस. प्रसाद (संरक्षक, उदयांचल यदुवंश कल्याण समिति), डॉ. अशोक, डॉ. बिशन लाल गौड़, एच.एल. विद्यार्थी, राम प्यारे यादव, कैलाश चन्द्र, सी.बी. मौर्य आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
समाज सेविका फूलमती यादव ने संविधान की 24 पुस्तकें अतिथियों को भेंट की। रमेश भारती और हुकुम सिंह ने बाबा साहेब को समर्पित “जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबा तेरा नाम रहेगा” गीत प्रस्तुत किए,
राम दुलार यादव ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक क्रांति और समतामूलक समाज का मार्ग संविधान के माध्यम से दिखाया। उन्होंने कहा कि आज संविधान और लोकतंत्र पर खतरे का बादल हैं, शिक्षा और चिकित्सा का व्यवसायीकरण हो रहा है, और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है। डॉ. अशोक ने अम्बेडकर को विश्व का महान अर्थशास्त्री बताते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ दलित-पिछड़े बल्कि हर वर्ग के कल्याण के लिए संविधान में मौलिक अधिकारों की व्यवस्था की।
आशा कुमार ने महिलाओं की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं को समान अधिकार दिलाए, लेकिन आज भी पाखंड और कुरीतियां उन्हें मानसिक गुलामी में जकड़े हुए हैं। उन्होंने आह्वान किया महिलाएं शिक्षित बनें, संगठित रहें और संघर्ष करें। बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पियेगा वहीं दहाड़ेगा।
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