Noida: उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर औद्योगिक विकास के लिए जाना जाता है। नोएडा को यूपी की नाक कहा जाता है। सबसे अधिक राजस्व भी गौतम बुद्ध नगर से ही सरकार को प्राप्त होता है। यही कारण है कि गौतमबुद्ध नगर में स्वयं सहायता ग्रुप के माध्यम से 15 हजार महिलाएं लखपति दीदी के रूप में चिह्नित हुई हैं। ये अलग- अलग समूह से जुड़ी हैं। जिले में स्वयं सहायता ग्रुप की संख्या करीब 1,500 है, जिससे करीब 15 हजार महिलाएं जुड़ी हैं। ये महिलाएं गु्रप के जरिये अपने प्रोडेक्ट बेचती हैं। कई समूह की वार्षिक आय 6 लाख रुपये से लेकर 16 लाख रुपये तक पहुंच गई है।
क्या कहती है महिलाएं
विश्नूली गांव में विद्युत सखी वंदना शर्मा ने बताया कि उसका प्रगति स्वयं सहायता समूह है। जो कई साल से बिजली के बिल जमा करती है। उसके बिल जमा करने की संख्या लगातार बढ़ी है। उनको आर्थिक लाभ हो रहा है। इनके अलावा हेमलता का मां दुर्गा, पूनम का लक्ष्मीजी, लता का दुर्गा मां, भावना का योग्य, स्वयं सहायता समूह के जरिये बेचती हैं उत्पाद, सालाना छह से 16 लाख रुपये तक हो रही आमदनी विजय का सोहम, गुड्डी का उजाला नामक स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। इन समूहों के जरिये रसोई में इस्तेमाल होने वाले मसाले, अचार बनाने, देवी-देवताओं की पोशाक तैयार श्करने, चाय कार्नर चलाने, बिजली का बिल जमा करने, जूट के साजसज्जा का सामान तैयार किए जाते हैं।
जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप परमेश कहते है कि जिले में 1,500 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। करीब 15 हजार महिलाएं आत्मनिर्भर बनी हैं। इनकी संख्या और बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
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