Noida School Hiden Camera: छह महीने पहले ही शुरुआत की गई प्लेस्कूल में ऐसे कारनामे सामने आए हैं, सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे। यहाँ टीचर जब वॉशरूम गई तो कैमरा देख हैरान रह गई और तुरंत इस बात की शिकायत पुलिस से कर दी। नोएडा थाना फेज-तीन क्षेत्र स्थित एक प्ले स्कूल के वॉशरूम में लगे बल्ब के होल्डर की आड़ में स्पाई कैमरा मिलने का मामला सामने आया है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। स्कूल के डायरेक्टर नवनीश सहाय को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को फ्लैट नं0 305 कंचनजंगा टॉवर कौशांबी गाजियाबाद को सैक्टर 70 से गिरफ्तार किया।
डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उसी ने ऑनलाइन स्पाई कैमरा मंगवाया था। पुलिस ने बताया कि प्ले स्कूल की एक शिक्षिका 10 दिसंबर को स्कूल में बने वॉशरूम में गई थी. इस दौरान उनकी नजर बल्ब के होल्डर पर पड़ी, जिसमें एक स्पाई कैमरा लगा हुआ था।
शिक्षिका ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वॉशरूम में कैमरे होने की जानकारी स्कूल के डायरेक्टर नवनीश सहाय को दी, लेकिन उन्होंने इस पर न तो कोई कार्रवाई की और न ही कोई जवाब दिया। पीड़िता का दावा है कि इससे पहले भी उन्हें स्कूल के वॉशरूम में एक स्पाई कैमरा मिला था, जिसे उन्होंने डायरेक्टर को दिया था। शिकायतकर्ता का दावा है कि उन्होंने जब सुरक्षा गार्ड से बात की तो उन्होंने बताया कि यह कैमरा उनसे डायरेक्ट ने ही लगवाया था।
लाइव ही दिखता था कैमरा
डीसीपी ने बताया कि शिक्षिका की शिकायत पर पुलिस नवनीश सहाय को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने किराये की बिल्डिंग में एक प्ले स्कूल चला रखा है यह स्कूल उंसने अप्रैल 2024 से प्रारंभ किया था। नवनीश ने कहा, “मैने एक स्पाई कैमरा ऑनलाइन रुपये 2200 में मंगवाया था, जो कि एक हिडन कैमरा था जिसमें किसी प्रकार की रिकॉर्डिंग नहीं होती थी कभी कभी खुद लाईव देखता था। उस कैमरे को मैने बल्ब के होल्डर में लगवाकर दीवार पर लगा दिया था इसलिए उसकी जानकारी गार्ड व अन्य किसी को नहीं थी। यह कैमरा टीचर्स के इस्तेमाल होने वाले वाशरूम में लगा था।”
इस दौरान उसने बताया कि उसने यह कैमरा पिछले दिनों ही ऑनलाइन मंगवाया था। कैमरा बल्ब होल्डर के पीछे छुपा के लगाया गया था, जिस वजह से वो किसी को दिखता नहीं था। पुलिस मामले सुरक्षा गार्ड से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें ये पता चला कि कैमरे में कोई चिप नहीं लगी थी और न ही कोई रिकॉर्डिंग होती थी। ऐसे में कैमरा सिर्फ लाइव ही दिखा सकता था।
यह भी पढ़े : Big Breaking News: वन नेशन वन इलेक्शन विधेयक लोकसभा में पास