नोएडा प्राधिकरण से बड़ी खबरः किसानों और अफसरों ने नौकझौक, ओएसडी पर रिश्वत मांगने का आरोप

नोएडा प्राधिकरण दफ्तार पर आज उस वक्त अफरातफरी का माहौल बन गया जब दो किसान नेताओं को अंदर बंद करने की कोशिश की गई। जैसे ही अन्य किसानों को पता चला तो वे एकत्र होकर प्राधिकरण के गेट पर हंगामा करने लगे। देखते ही देखते सभी अफसर बाहर आ गए। किसानों और अफसरों के बीच नौकझौक हुई। किसानों का आरोप है कि ओएसडी महेन्द्र प्रसाद किसी काम को करने के लिए 15 लाख रुपये डिमांड कर रहे थे। दोनों किसान नेताओं की कहासुनी प्राधिकरण दफ्तर के अंदर ओएसडी से ही हुई। इसी बीच ओएसडी महेन्द्र प्रसाद भी आपा खोकर चिल्लाते हुए नजर आए।

किसान नेताओं को दबाव में छोड़ा
जिस वक्त किसान हंगामा कर रहे थे, उसी दौरान सीईओ ग्रेटर नोएडा और डीएम भी मौके पर मौजूद थे। कई अधिकारी भी यहाँ मौजूद रहे, लेकिन किसान कहते रहे कि हमारे आदमियों को छोड़ दो नहीं तो हम आग लगा देंगे। इसके बाद डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुँच गए। उन्होंने आशीष नामक युवक को बाहर निकलवाया। सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे युवक को अपने साथ लेकर बाहर आए और किसानों को सौंप दिया। इसके बाद किसान हंगामा करने लगे और कहने लगे कि रिंकू नामक युवक भी अंदर है। तब रिंकू को भी छोड़ दिया गया। हालांकि इस बीच किसानों ने कई गंभीर आरोप लगाए, कहाँ की ओएसडी महेंद्र प्रसाद काम करने के एवज में 15 लाख रुपये डिमांड कर रहे हैं। ओएसडी की शिकायत ऊपर तक करेंगे।

महेन्द्र प्रसाद ने भी दिखा गुस्सा

ओएसडी महेंद्र प्रसाद भी गुस्से में आ गए। उन्होंने यहाँ औद्योगिक विभाग, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत में अंदर जाकर जितनें भी लोग काम करा रहे थे। उनको चिल्ला चिल्लाकर बाहर निकाल दिया उनकी इस बौखलाहट के पीछे क्या छुपा है, कहा नहीं जा सकता।

 

यह भी पढ़े : इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए प्रोत्साहन दे रही सरकार, 100 करोड़ का टैक्स माफ

यहां से शेयर करें