शिक्षक छात्रों की नवाचार क्षमता को देते हैं आकार: शर्मा

एसआरएम में दो दिवसीय इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूटकैंप संपन्न
modinagar news  स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (एमआईसी) ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के सहयोग से 29-30 नवंबर को “इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूटकैंप” का आयोजन किया। मुख्य अतिथि विष्णु कांत पांडे (अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश), सम्मानित अतिथि गंभीर सिंह (पीसीएस, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, गाजियाबाद) और एआईसीटीई से मदन मोहन शर्मा (नोडल केंद्र प्रमुख) ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बूटकैंप का उद्देश्य माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के नवाचार, डिजाइन और उद्यमशीलता कौशल को विकसित करना था।
एसआरएम आई एम टी, दिल्ली-एनसीआर, गाजियाबाद को इस बूटकैंप के लिए नोडल सेंटर के रूप में चुना गया। बूटकैंप में देशभर के 200 से अधिक स्कूलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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इस बूटकैंप को दो चरणों में विभाजित किया गया। पहले दिन मानव केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से नवाचार और समस्या समाधान पर चर्चा हुई, जबकि दूसरे दिन व्यावसायिक सफलता के लिए प्रभावी रणनीतियों पर काम किया गया। इसमें समूह गतिविधियों, गहन कार्य सत्रों और रोचक कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों में रचनात्मकता, समस्या-समाधान कौशल और उद्यमशीलता की सोच को विकसित करना था।
डॉ. धौम्या भट्ट (नोडल सेंटर एसपीओसी) ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और इस कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
मदन मोहन शर्मा ने बूटकैंप के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और नवाचार व उद्यमशीलता के महत्व को रेखांकित किया। गंभीर सिंह ने छात्रों के जीवन में शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया और शिक्षकों से अपने पूर्व छात्रों से जुड़ने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि शिक्षक छात्रों की नवाचार क्षमता को आकार देने में मुख्य भूमिका निभाते हैं।
मुख्य अतिथि विष्णु कांत पांडे ने शिक्षा में कौशल आधारित शिक्षण और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों को कक्षा में एआई आधारित प्रौद्योगिकी और नवीन विधियों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर एसआरएम आईएसटी के प्रतिनिधियों में डॉ. एस. विश्वनाथन (निदेशक), डॉ. आर.पी. महापात्रा (डीन), डॉ. नवीन अहलावत (डीन, साइंस एंड ह्यूमैनिटीज) और डॉ. एन.एम. मिश्रा (डीन, एफएमएस) मौजूद रहे।

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