Haryana Election: कंगना के बयान भाजपा के लिए राहत या आफत
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Haryana Election: कंगना के बयान भाजपा के लिए राहत या आफत

Haryana Election: फिल्मी स्टाइल में राजनीति आती है और पहली बार में ही जीत दर्ज करा कर संसद पहुंच जाती है। ये है बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत। जो अपने बयाबाजी के लिए चर्चाओं में है। ऐसे बयान कंगना की तरफ से आते हैं कि ना चाहते हुए भी विवाद हो जाता हैं और फिर उन पर जमकर सियासत भी होती है। कंगना जब तक सिर्फ एक बॉलीवुड एक्ट्रेस के रूप में सियासी मामलों पर बयानबाजी करती थीं, बीजेपी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा, सरकार को कभी सफाई नहीं देनी पड़ी। लेकिन अब जब कंगना ने बीजेपी का दामन थामा है, अब जब वे उन्हीं की टिकट पर मंडी से सांसद हैं, उनका दिया हर बयान भाजपा का स्टैंड माना जा रहा है।

ऐसे हुई राजनीति में एंट्री
बता दें कि कंगना रनौत ने कुछ ही महीनों में अपने बयानों से ऐसी खलबली मचाई है कि भाजपा को जवाब देना मुश्किल हो रहा है, बड़ी बात यह है कि उनके दिए बयानों का असर अब गठबंधन में बैठे सहयोगी दलों पर भी पड़ने लगा है। इस समय ऐसा देखा जा रहा है कि कंगना पार्टी लाइन से अलग हटकर अपने निजी विचार आगे रख रही हैं, उनकी तरफ से उसी तल्खी के साथ बोला जा रहा है जैसा वे बतौर एक्टर किया करती थीं। लेकिन जानकार मानते हैं कि यही पर कंगना रनौत चूक भी कर रही हैं, कहा जा रहा है कि ‘एक्ट्रेस कंगना’ और ‘नेता कंगना’ में फर्क होना जरूरी है।
अब विवाद क्यों
इस बार सांसद कंगना रनौत का किसानों से जुड़े तीन कृषि कानूनों वाला बयान चर्चा में बना हुआ है। नहीं भूलना चाहिए जिन तीन कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी को पिछले कार्यकाल में कहना पड़ गया था कि उनकी ही तपस्या में कुछ कमी रह गई थी, अब मंडी सांसद कंगना बोल रही हैं कि सरकार को इन कानूनों को वापस लाना चाहिए, किसानों को खुद ऐसी मांग कर देनी चाहिए। कंगना ने कहा कि मैं कहना चाहती हूं कि किसान खुद ही ऐसी अपील करें कि हमारे जो तीनों कृषि कानून है उन्हें फिर से लागू कर दिया जाए। कुछ राज्यों के किसानों ने तीन कृषि कानून को लेकर आपत्ति जताई थी, मैं सभी से हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि सब किसानों के हित को ध्यान में रखकर वे कानून वापस मांगे।

 

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