लेबनान में पेजर धमाकों में ‘यूनिट 8200’ हाथ, क्या आप जानते है कैसे काम करती है ये यूनिट
1 min read

लेबनान में पेजर धमाकों में ‘यूनिट 8200’ हाथ, क्या आप जानते है कैसे काम करती है ये यूनिट

Blasts in Lebanon: लेबनान में पेजर में हुए धमाकों के बाद वाॅकी टाकी में धमाके होने की खबरे आयी। जिनमें 14 लोगों की मौत हो गई और करीब 450 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हिज्बुल्ला अधिकारियों के ने कई न्यूज चैनल और अखबारों को बताया कि वॉकी-टॉकी और सौर उपकरणों से भी निशाना बनाया गया। इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल की खुफिया साइबर शाखा ‘यूनिट 8200’ ने इन हमलों को अंजाम दिया है। यह एजेंसी इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद से अलग है। इस यूनिट को काफी एफिश्यट मामना जाता है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रिपोर्ट अपने वेस्टर्न सोर्स के हवाले से बताया कि इजरायल की साइबर वॉर से निपटने वाली एजेंसी ‘यूनिट-8200’ हिजबुल्लाह पर यह हमले करवा रही है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इजरायल ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। सूत्र ने कहा कि यूनिट 8200 टेस्टिंग के तकनीकी पक्ष में शामिल थी कि वो मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेस के दौरान विस्फोटक सामग्री कैसे डाल सकते हैं। पूर्व सैन्य खुफिया अफसर और अब इजरायल डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोरम के शोध निदेशक योसी कुपरवासेर ने रॉयटर्स से बातचीत के दौरान कहा कि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि हमले में सैन्य खुफिया इकाई शामिल थी। लेकिन उन्होंने कहा कि 8200 के सदस्य इजरायली सेना के सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली कर्मियों में से कुछ थे, जो इजरायल की रक्षा क्षमताओं के केंद्र में एक इकाई में कार्यरत थे।

बताते है कि क्या और कैसे काम करती है यूनिट-8200
बता दें कि यूनिट 8200 और इसके युवा, चुने हुए सैनिकों की सेना दृ खुफिया जानकारी एकत्र करने वाले उपकरण विकसित और संचालित करती है। हमेशा इसकी तुलना अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से की जाती है। यह इकाई अपनी कार्य संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है जो उन मुद्दों से निपटने के लिए आउट-ऑफ-द-बॉक्स सोच पर जोर देती है जिनका पहले सामना नहीं किया गया था या जिनकी कल्पना नहीं की गई थी। हिज्बुल्लाह के संचार नेटवर्क को निशाना बनाने के इरादे से संभवतः इजराइल द्वारा किए गए हमले के तहत लेबनान और सीरिया में जिन पेजर में विस्फोट हुए, उन्हें हंगरी की एक कंपनी ने बनाया था।

हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट की कंपनी
जिस कंपनी ने पेजर सपलाई किये थे उसका मुख्यालय हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में है। ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, एआर एण्ड 924 पेजर का निर्माण बीएसी कंसल्टिंग केएफटी ने किया था, जो हंगरी की राजधानी में स्थित है। बयान में कहा गया है, ‘‘सहयोग समझौते के अनुसार हमने बीएसी को निर्दिष्ट क्षेत्रों (लेबनान और सीरिया) में उत्पाद की बिक्री के लिए हमारे ब्रांड के ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने का अधिकार दिया था, लेकिन उत्पाद के निर्माण के लिए सिर्फ बीएसी जिम्मेदार है।

यह भी पढ़े : Greater Noida: किसानों ने बिजली दफ्तर घेरा, एनपीसीएल करता है ये बदमाशियां

 

यहां से शेयर करें