प्लेटलेट रिच प्लाज्मा साइंस का मानवता को एक वरदान
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प्लेटलेट रिच प्लाज्मा साइंस का मानवता को एक वरदान

modinagar news आॅल इंडिया इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज (एम्स)ऋषिकेश में गत 13 से 15 सितंबर तक चली आईएसपीसीकोन की सेकंड इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर नवनीत गुप्ता ने प्रतिभाग किया और मोदीनगर के नाम को नेशनल पटल पर प्रस्तुत किया।
आईएसपीसीकोन में भारत के अलग अलग शहरों से आए डॉक्टर्स व नेपाल,इंडोनेशिया व गल्फ देशों से आए डॉक्टर्स ने भी अपना अनुभव साझा किया। इस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर नवनीत गुप्ता ने गठिया व अन्य बाय की बीमारियों के इलाज को लेकर पैनलिस्ट के तौर पर हिस्सा लिया।
डिस्कशन में उन्होंने बताया कि कैसे शुरूआती दौर में जल्द डायग्नोसिस बनाकर इन मरीजों को गठिया बाय के गंभीर परीणामों से बचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि कैसे अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे में देख कर मिप्सी(मिनिमली इनवेसिव पेन व स्पाइन इंटरवेंशन)की मदद से बाय के मरीजों को जल्द दर्द से राहत पहुंचाई जा सकती है। गठिया बाय व एंकायलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों में सैक्रोआईलाईटिस(कमर का दर्द) , टेनोसाईनोवाइटिस(उंगलियों का दर्द), टेनिस एल्बो(कोहनी का दर्द), प्लांटर फैशियाइटिस(एड़ी का दर्द), डिक्वेरवैन साइनोवाइटिस(कलाई का दर्द) व जोड़ों में सूजन-फ्लूड इकठ्ठा हो जाने जैसी गंभीर अवस्थाएं देखने को मिलती है।

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डॉक्टर नवनीत गुप्ता ने बताया कि कैसे उन्होंने अब तक इस तरह की दिक्कतों से पीढ़ित सैकड़ों मरीजों को मिप्सी तकनीक द्वारा दर्द से राहत दिलाकर उनका सफल उपचार किया है। डॉक्टर साहब ने टेनिस एल्बो व प्लांटर फैशियाइटिस नामक बीमारी के पीआरपी तकनीक से इलाज के बारे में भी अपने विचार रखे। उन्होंने बताया की मोदीनगर के उषा सुपरस्पेशलिटी स्पाइन एंड ज्वाइंट पेन क्लीनिक में अब देश की सर्वोत्तम पीआरपी मशीन उपलब्ध है जिसका गठिया बाय, कंधे व घुटने के दर्द से पीढ़ित मरीज फायदा उठा सकते हैं।

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