लखनऊ। रायबरेली के हरचंदपुर में बुधवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुई न्यू फरक्का एक्सप्रेस मामले की जांच मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त एसके पाठक शुक्रवार से करेंगे। वे दो दिनों तक लखनऊ स्थित डीआरएम कार्यालय में ट्रेन ड्राइवरों, गार्ड, टीटीई, हरचंदपुर के स्टेशन मास्टर और सिग्नल सहित कई अनुभागों के कर्मचारियों के बयान दर्ज करेंगे। हादसे में घायल बिहार के भोजपुर निवासी 20 वर्षीय रिंकू की केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में गुरुवार को सुबह करीब चार बजे मौत हो गई। वहीं, बिहार के ही मुंगेर निवासी आठ वर्षीय सुगंध ने पीजीआइ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर सात हो गई है। जिस प्वाइंट पर न्यू फरक्का एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, उसे जांच के लिए लखनऊ लाया गया है। सीसीआरएस को डाटा लॉगर की रिपोर्ट भी सौंप दी गई है।
माल्दा टाउन से नई दिल्ली जा रही ट्रेन 14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस हरचंदपुर स्टेशन के पास बुधवार सुबह 6:04 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। यह ट्रेन मेन लाइन की जगह लूप लाइन पर चली गई थी। लूप लाइन 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के लिए फिट था, जबकि मेन लाइन के सिग्नल को देखकर ट्रेन 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से दौड़ रही थी। यह पूरा नॉन इंटरलॉकिंग रेलखंड है। इसकी सिग्नल प्रणाली आधुनिक है। माना जा रहा है कि प्वाइंट सेटिंग में कुछ तकनीकी गड़बड़ी हुई।
जिस कारण सिग्नल तो मेन लाइन का मिला और प्वाइंट लूप लाइन का सेट हो गया था। इस मामले में बुधवार को ही रेल संरक्षा आयोग की टीम मौके पर पहुंची थी और डिप्टी सीआरएस इंदू दुबे व संरक्षा से जुड़े अधिकारी बलबीर ने घटनास्थल के पास स्थित लोकेशन बॉक्स 42 ए व 42 बी को सील करवा दिया था। प्वाइंट के ऊपर पहिए के रगड़ के निशान पाए गए।