Noida Police: ठगी कराने वाला ये ऐसा गिरोह जो रेंट पर लेता था बैंक अकाउट, जानिए पुलिस ने कैसे किया खुलासा

Noida Police: नोएडा । थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है ,जो बैंक खाता किराए पर लेकर फर्जी सिम प्राप्त कर लोगों के साथ ठगी कर ,उक्त धनराशि को फर्जी खातों में भेज कर गोरख धंधा चल रहे थे।  पकड़े गए अभियुक्तों के तार दुबई और चीन से जुड़े हुए हैं। इनमें एक चीनी नागरिक भी शामिल है। इनके 24 बैंक खाता सीज किए गए हैं,  इन्होंने एक बैंक खाते 51 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन किया था। पुलिस ने इनके पास से 23110 रुपए, दो चीनी पासपोर्ट, 19 मोबाइल फोन, 223 सिम एक्टिवेट, 94 नई सिम कार्ड, 114 खाली सिम कार्ड रैपर, एक लैपटॉप, सात आधार कार्ड, तीन फर्जी आधार कार्ड, पासबुक, चेक बुक आदि सामान बरामद किया है।

76th international day:  भारत के लगभग 2.87 लाख सैनिकों ने UN के शांति अभियानों में दीं सेवाएं

डीसीपी नोएडा विद्यासागर मिश्रा (DCP Noida Vidyasagar Mishra) ने  बताया कि थाना एक्सप्रेस वे की थाना प्रभारी सरिता मालिक और उनकी टीम को सूचना मिली कि कुछ लोग किराए का बैंक खाता प्राप्त कर उनमें भारी मात्रा में आवेदन राशि जमा कराकर, उसे ट्रांजैक्शन कर रहे हैं।  पुलिस टीम ने छापा मारकर बैंक खाता किराए पर देने वाले तथा भोले भाले लोगों से बात करके उनको टेलीग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया के माध्यम से अपने बनाए हुए ग्रुप में जोड़कर, उनसे उनके खातों की ओटीपी आदि लेकर फर्जी खातों में उनके पैसे हड़प कर अपने किराए के खातों में पैसे भेजने वाले अभियुक्तो से  पुलिस ने पूछताछ में बताया कि वह काफी लोगों से इस प्रकार की ठगी कर चुके हैं।

 

यह भी पढ़े : Dadri News: असामाजिक तत्वों ने परशुराम की प्रतिमा को किया खंडित

DCP Noida ने पकड़े गए अभियुक्तों के नाम जुहू जानकी पुत्र जुहू फिराग निवास चेन्नई, हाल निवासी सेक्टर 134 नोएडा, कृष्ण मुरारी पुत्र भगत प्रसाद निवासी गाव सिकंदरा, जिला नवादा बिहार, तसेरिग धओंनदर पुत्र लोब संग निवासी सराहा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश, शोभित तिवारी पुत्र विद्यासागर तिवारी निवासी बड़ा रोड लखीमपुर खीरी हाल पता लखनऊ, तेनजीन हाल पता वजीतपुर सेक्टर 134 नोएडा बताया है। पकड़े गए अभियुक्त से 23110 रुपए, 21 मोबाइल फोन, 223 सिम , 94 नए सिम कार्ड, दो लैपटॉप, सात आधार कार्ड, तीन फर्जी आधार कार्ड आदि सामान बरामद किया है।डीसीपी ने बताया कि शोभित तिवारी और कृष्ण मुरारी किराए पर खाता उपलब्ध कराते थे,  तथा अन्य ठगी के गोरख धंधे को अंजाम दे रहे थे। डीसीपी ने बताया कि सेविंग खाते में एक बार के ट्रांजैक्शन में दो से तीन हजार रुपए  प्राप्त करते थे। तथा कारपोरेट में20 हजार रुपए प्रत्येक ट्रांजैक्शन में प्राप्त करते थे। पकड़े गए अभियुक्तों के 20 खाते सीज किए गए हैं। अब तक की जानकारी में एक खाते से ही इन्होंने एक बार में 51 लाख का ट्रांजैक्शन किया था। डीसीपी ने बताया कि साइबर की टीम मामले की जांच कर रही है, कि इन्होंने कितने लोगों से ठगी की और उनके साथ और तो कोई नहीं है। साथी उनके बैंक खातों की भी जानकारी की जा रही है।

यहां से शेयर करें