Budaun Case: बदायूं में दोहरे हत्याकांड को सांप्रदायिक रूप देने की थी कोशिश, पुलिस ने नाकाम किए मंसूबे
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Budaun Case: बदायूं में दोहरे हत्याकांड को सांप्रदायिक रूप देने की थी कोशिश, पुलिस ने नाकाम किए मंसूबे

Budaun Case: बदायूं में दो बच्चों आयुष (13) और अहान (6) की हत्या के मामले में 24 बाद भी यह पता नहीं चला कि आखिर साजिद ने दोनों को क्यों मारा? ये सवाल मृतकों के परिजन भी उठा रहे हैं। बच्चों की दादी मुन्नी देवी का कहना है कि आरोपी साजिद के पकड़े जाने के बाद अगर उससे पूछताछ की जाती तो हत्याकांड की वजह सामने आती। परिवार वालों के आक्रोश का सहारा लेकर शराब के नशे में कुछ चंद लोगों ने आगजनी और धार्मिक स्थलों पर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी।

Budaun Case:

लेकिन समय रहते माहौल को भांप लिया और तेजी से कार्रवाई को अंजाम दिया। जिससे शरारती और शराबी किस्म के लोगों के मंसूबे सफल नहीं हो सके। दोहरे हत्याकांड के कारण को लेकर घटना के 24 घंटे बाद तक पुलिस इस सवाल का जवाब नहीं दे पा रही है। लेनदेन का विवाद भी सामने नहीं आया। क्योंकि जब जावेद और साजिद ने पांच हजार रुपये मांगे तब संगीता ने फोन पर पति से बात करने के बाद पांच हजार रुपये दे दिए थे। इसका मतलब है कि कोई विवाद नहीं हुआ।

रात में तैनात किया गया पुलिस बल
बरेली में बैठे एडीजी, आइजी को घटना का संज्ञान दिया गया। इसके बाद तत्काल एडीजी और आइजी ने पुलिस बल की व्यवस्था की। जिले के लगभग सभी थानों से पुलिस बल शहर बुलाया गया। यहां तक की बरेली से भी पुलिस बदायूं पहुंच गई थी। सीओ स्तर के दो अधिकारी भी बदायूं बुलाए गए।

चार कंपनी पीएसी बुलाई गई। रात में ही सभी क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। उपद्रवियों को एकत्र कर समझा बुझाकर घर भेजा जाने लगा। कुछ लोग नारेबाजी करते हुए शहर में घूम रहे थे, पुलिस ने उन्हें भी धीरे-धीरे समझाया।

रात दस बजे जैसे ही सूचना आई कि आरोपित साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। इसके बाद शरारती तत्वों के साथ मौजूद लोग खुद ही घर चले गए। लेकिन कुछ ऐसे लोग थे, जो काफी देर तक बच्चों के स्वजन को बरगलाते रहे। पुलिस ने ऐसे सभी लोगों को चिन्हित किया है।

मुकदमे की तैयारी कर रही पुलिस
आगजनी, पथराव, तोड़फोड़ करने वाले अरोपितों के विरुद्ध अब मुकदमा लिखे जाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज और घटनास्थल पर बनाए गए वीडियो के जरिए लोगों की पहचान भी की जा रही है।

बच्चों की हत्या के बाद अचानक माहौल बिगड़ा था। जिसे तत्काल नियंत्रित कर लिया। अब पूरी तरह से शांति है। जो उपद्रवी और शरारती तत्वों ने तोड़फोड़, आगजनी और पथराव किया है। उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निर्देश दे दिए गए हैं। चिन्हित कर लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। – आलोक प्रियदर्शी, एसएसपी

 

मधुर थे संबंध, फिर हत्या क्यों की?
संगीता ने आरोपियों के लिए चाय भी बनाई। कोई विवाद होता तो चाय क्यों बनाई जाती। तीसरी बात यह कि बच्चे भी इतने परिचित थे कि वे सहज रूप से ऊपर उसके लिए पीयूष पानी लेकर गया। इससे पहले साजिद खुद आय़ुष और अहान को साथ लेकर छत पर गया था। वहीं उसने दोनों की हत्या कर दी थी। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि विनोद और साजिद के बीच संबंध मधुर थे। फिर साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की, यह सवाल हर किसी के जहन में हैं।
फिलहाल पुलिस ने वारदात के तीन घंटे बाद साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसका भाई जावेद फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। आरोप है कि वारदात के वक्त जावेद भी विनोद के घर में मौजूद था। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद ही हत्या के कारणों का पता चल सकेगा। वहीं जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

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