Delhi News: नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि किसानों को समृद्ध, सशक्त व उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार ने हर जरूरी कदम उठाए हैं, आगे भी निर्णय किसानों के हित में ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी पहले चार चरणों की बातचीत में मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रीगण चंडीगढ़ जाकर किसानों से मिल बैठकर विस्तृत और सकारात्मक परिचर्चा कर चुके हैं।
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मोदी सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आगे भी हम चर्चा के लिए हमेशा तैयार हैं। हम सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए कि हिंसा, आगजनी ना हो और किसी को भी जान माल का नुकसान ना पहुंचे। गुरुवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से किसान आंदोलन और संदेशखाली पर बातचीत करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमने कल ही गन्ने की कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल की है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, जिस पर 107 प्रतिशत का रिटर्न है।
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सभी प्रयास कर रही है। हमने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया। कांग्रेस के 10 वर्षों के कार्यकाल में किसानों की उपज की कुल खरीद मात्र 5.50 लाख करोड़ रुपये की हुई थी। मोदी सरकार ने 18.39 लाख करोड़ रुपये की खरीद की है। यानी लगभग साढ़े तीन गुना ज्यादा। इससे पता चलता है की हमने दाम भी बढ़ाए और खरीदारी भी दोगुनी से ज्यादा की। इसके अलावा मोदी सरकार ने किसानों को सम्मान निधि के तौर पर 2.81 लाख करोड़ रुपये दिए। 2013-14 में जब यूपीए की सरकार थी, तब कृषि बजट 27 हजार 662 करोड़ रुपये था। अभी मोदी सरकार का कृषि बजट 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। यानी यूपीए काल से 5 गुना ज्यादा। यूपीए काल की फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को कुछ नहीं मिलता था। मोदी सरकार में डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा किसानों को मिला है। 10 हजार एफपीओ में से 8 हजार बन चुके हैं और इससे लाखों किसान भी जुड़ चुके हैं। हमने 1 लाख करोड़ रुपये का एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया, जिसमें से 30 हजार करोड़ रुपये अब तक जारी किए जा चुके हैं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया कि सिंचाई योजनाओं के लिए मोदी सरकार ने डेढ़ गुना ज्यादा यानी लगभग 15 हजार 500 करोड़ रुपये खर्च किए। कांग्रेस के समय कृषि ऋण मात्र 7 लाख करोड़ रुपये के आसपास था, जिसे बढ़ाकर हमने 20 लाख करोड़ रुपये किया है। और यह मात्र पिछले वर्ष का आंकड़ा है। इनके समय एक्सपोर्ट 2 लाख 62 हजार करोड़ रुपये का था, हमने 4 लाख 27 हजार करोड़ का किया। इस तरह मोदी सरकार से कांग्रेस की तुलना करना ही व्यर्थ है। जिन्होंने 60 वर्षों में कुछ नहीं किया, वह क्या हमसे तुलना करेंगे।
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पर बोले केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पर पूछे गए प्रश्नों के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि पश्चिम बंगाल में माताएं, बहनें और बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। संदेशखाली में महिलाओं के ऊपर जो अत्याचार हुआ है, उसका संदेश देश की गली-गली तक गया है।
संदेशखाली में मीडियाकर्मियों के ऊपर हुए अत्याचार को बेहद निंदनीय बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, मीडिया कर्मियों पर अंकुश लगाना, उनको गिरफ्तार करना बेहद निंदनीय है। ये कभी नहीं होना चाहिए। यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान है। पश्चिम बंगाल में मीडिया की स्वतंत्रता को बनाए रखना ममता बनर्जी की जिम्मेदारी है। मैं उनसे पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं। पश्चिम बंगाल में पिछले कई वर्षों से लगातार ऐसी हिंसक घटनाएं सामने आती रहीं हैं। इससे पहले चुनाव के बाद भी महिलाओं को और आम जनता को दौड़ा कर पीटा गया था। ममता दीदी अपने राज्य में महिलाओं और पत्रकारों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
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