Parliament: 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में PM मोदी ने की कई बड़ी बातें
Parliament: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन सदन को संबोधित किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा में अपना विदाई भाषण में कहा कि इस कार्यकाल में सदन कई ऐतिहासिक पलों का गवाह बना है. उन्होंने कहा कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत की नींव रखते हुए इस सत्र के दौरान कई अहम सुधार किए गए।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया. इस कार्यकाल में नया संसद भवन प्राप्त हुआ है, इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी की पहली पल को जीवंत रखने का. सेंगोल को स्थापित करने का काम किया. इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है. जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा.’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है.’ उन्होंने कहा, ‘17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही, मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में शत प्रतिशत की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे.’ देश में यह जज्बा पैदा हुआ है कि अगले 25 वर्ष में भारत एक विकसित देश बनाने का सपना पूरा करना है. पीएम मोदी ने कहा, ‘महिला आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने, नए आपराधिक कानूनों समेत कई विधेयकों के पारित होने का उल्लेख किया.
मुख्य बातें
- जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान देश के हर राज्य ने भारत के सामर्थ्य और अपने प्रदेश की खूबी विश्व के सामने रखी जिसका असर आज भी है, पी-20 के माध्यम से भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया.
- अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था. लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी. लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ.
- जम्मू-कश्मीर के लोग सामाजिक न्याय से वंचित थे. आज, हम संतुष्ट हैं कि हमने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाया है.
- पहले आतंकवाद नासुर बन कर देश के सीने पर गोलियां चलाते रहता था. मां भारती की धरा आए दिन रक्तरंजित हो जाती थी. देश के अनेक वीर आतंकवाद के कारण बलि चढ़ जाते थे.
आजादी के 75 वर्ष को देश ने मनाया उत्सव की तरहः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा ने अपने कार्यकाल के दौरान नए-नए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के उत्सव पर सदन ने अत्यंत महत्वपूर्ण कामों का नेतृत्व किया। आजादी के 75 वर्ष को देश ने जी भरकर उत्सव की तरह मनाया है।
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