वैसे तो बच्चे जब जन्म लेते है तो उनके माता पिता जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए चक्कर काटते है। मगर अब जन्म के तुरंत बाद ही अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग नवजात का जन्म प्रमाण देगा। इसके लिए सकारात्मक पहल जिलाधिकारी मनीष वर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने की है। परिजनों की सुविधा और जनपद में जन्म के बाद 100 फीसदी पंजीकरण को सुनिश्चित करने के लक्ष्य है।
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31 जनवरी 2024 यानी बुधवार से बेड पर ही जन्म प्रमाण पत्र दिए जाने की शुरुआत की गई। गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) ग्रेटर नोएडा में बच्चे के जन्म के बाद वार्ड में बेड पर ही जन्म प्रमाण प्राप्त निदेशक डॉ.(ब्रिगेडियर ) राकेश गुप्ता ने परिजनों को सौंपा। सीएमओ डॉ. सुनील कुमार शर्मा के निर्देश पर सीएचसी बिसरख और सीएचसी दादरी पर भी इसी तरह जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने के बाद सौंपे जाएंगे। जिला अस्पताल के अलावा दूसरे चिकित्सा संस्थानों में भी इसी तरह प्रमाण पत्र बनाकर दिए जाएंगे। परिजनों का यह सुविधा भी दी जा रही है कि प्रमाण पत्र बनने के बाद इसमें बच्चे नाम जुड़वा सकें।
अफसरों का कहना है कि इस सुविधा से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अब परिजनों को परेशान नहीं होना होगा। अभी जन्म के बाद प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल या सीएमओ कार्यालय में बाद में संपर्क करना होता था। कई बार परिजन प्रमाण पत्र नहीं भी बनवा पाते थे। इससे जरूरत के समय उन्हें बेवजह परेशान होना होता था। आधार बनवाने से लेकर स्कूल में प्रवेश, विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट तक में जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत को देखते हुए अब यह महत्वपूर्ण भी हो गया है।
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